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    कौन-कौन सी सरकारी स्कीम में मिलता है चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा? क्यों कहते हैं इसे दुनिया का आठवां अजूबा

    Government Savings Schemes कंपाउंडिंग इंटरेस्ट में मिलने वाला ब्याज हर सालमूल रकम में जुड़ जाता है और फिर उस पूरी रकम पर इंटरेस्ट का कैलकुलेशन होता है इसलिए पैसा तेजी से बढ़ता है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सुकन्या समृद्धि योजना नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम्स और कुछ बैंक एफडी भी कंपाउंडिंग इंटरेस्ट ऑफर करती हैं।

    By Chandrashekhar Gupta Edited By: Chandrashekhar Gupta Updated: Mon, 02 Jun 2025 03:36 PM (IST)
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    कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा सरकारी बचत योजना के साथ-साथ खास बैंक एफडी में भी मिलता है।

    नई दिल्ली. बैंक खाते से लेकर एफडी और अन्य बचत योजनाओं में ब्याज मिलता है। इनमें, एक होता है साधारण ब्याज और दूसरा होता है चक्रवृद्धि ब्याज, आपने अक्सर इसके बारे में सुना होगा। लेकिन, क्या आप जानते हैं कंपाउंडिंग इंटरेस्ट क्या होता है, और किन सरकारी बचत योजनाओं में चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।

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    कंपाउंडिंग इंटरेस्ट में पैसा और तेजी से बढ़ता है क्योंकि इसमें ब्याज से होने वाली कमाई पर भी ब्याज मिलता है. आइये आपको बताते हैं कैसे होती है चक्रवृद्धि ब्याज की गणना और किन लोकप्रिय सरकारी स्कीमों में कंपाउंडिंग इंटरेस्ट मिलता है।

    क्या होता है चक्रवृद्धि ब्याज

    चक्रवृद्धि ब्याज (Compounding Interest) में ब्याज से अर्जित होने वाली आय पर भी ब्याज मिलता है। दरअसल, कंपाउंडिंग इंटरेस्ट ब्याज की गणना ना सिर्फ मूलधन पर बल्कि पिछली अवधियों के अर्जित ब्याज पर भी की जाती है। ऐसे में ब्याज की रकम मूल राशि में जुड़ती जाती है और उस पूरी रकम पर इंटरेस्ट का कैलकुलेशन होता है।

    मान लीजिए, आपने किसी बचत योजना में 1 लाख रुपये का निवेश किया, जिसमें हर साल 7 फीसदी की दर से सामान्य ब्याज मिलता है तो प्रतिवर्ष आपको मूल रकम पर 7000 रुपये इंटरेस्ट मिलेगा।

    अगर आपने एक लाख रुपये की यह रकम किसी ऐसी सेविंग स्कीम में लगाई है जहां 7 फीसदी की दर से चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है तो पहले साल आपको इंटरेस्ट इनकम के तौर पर 7000 रुपये मिलेंगे, और यह पैसा आपके मूलधन में जुड़ जाएगा और अगले वर्ष आपको 107000 पर 7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा।

    इस तरह चक्रवृद्धि ब्याज के चलते हर साल मूलधन में ब्याज जुड़ता जाता है और उस रकम पर इंटरेस्ट का कैलकुलेशन होता है, इसलिए कंपाउंडिंग इंटरेस्ट वाली स्कीम में पैसा और तेजी से बढ़ता है।

    इन सरकारी स्कीम में मिलता कंपाउंडिंग इंटरेस्ट

    देश में कई सरकारी सेविंग स्कीम में कंपाउंडिंग इंटरेस्ट मिलता है। इनमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम्स और कुछ बैंक एफडी भी कंपाउंडिंग इंटरेस्ट ऑफर करती हैं।

    • पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर ब्याज की दर 7.1 फीसदी प्रतिवर्ष है और यह स्कीम कंपाउंडिंग इंटरेस्ट के साथ-साथ सेक्शन 80c के तहत टैक्स छूट भी ऑफर करती है।
    • नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में इंटरेस्ट रेट 7.7% वार्षिक है। हालांकि, इस योजना में ब्याज पर टैक्स कटता है, साथ ही निवेश करने पर कर कटौती का लाभ भी मिलता है।
    • सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना 8.2 फीसदी की दर से चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। इस स्कीम में भी निवेश पूरी तरह से कर मुक्त है।
    • सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में सालाना 8.2 फीसदी की दर से कंपाउंडिंग इंटरेस्ट मिलता है, साथ ही 80c के तहत कर कटौती का फायदा भी मिलता है।