Gold Quality: येलो, पिंक, व्हाइट गोल्ड में क्या फर्क; कीमत, क्वालिटी, निवेश और ज्वैलरी के लिए कौन है बेस्ट?
Gold Quality येलो पिंक और व्हाइट गोल्ड सोने (Yellow Pink and White Gold) के मिश्र धातु हैं जो शुद्ध सोने को अन्य धातुओं के साथ मिलाकर बनाए जाते हैं। येलो गोल्ड में तांबा और चांदी पिंक गोल्ड में अधिक तांबा और व्हाइट गोल्ड में पैलेडियम या निकल होता है। इनका रंग चमक और कीमत अलग होती है। यह गहनों में विविधता और सुंदरता प्रदान करते हैं।

नई दिल्ली। Gold Quality: सोना पीले रंग का होता है। यह तो सभी जानते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि गोल्ड पिंक और व्हाइट भी होता है? नहीं तो चलिए हम बताते हैं। दरअसल, ज्वैलरी की दुनिया में पिंक और व्हाइट गोल्ड का अच्छा खासा क्रेज है।
लेकिन आमतौर पर लोगों के मन में सवाल होता है कि ये तीनों गोल्ड में फर्क (difference in gold) क्या है, ये कैसे बनते हैं और निवेश या ज्वैलरी के लिहाज से कौन सा बेहतर है? तो चलिए समझते हैं पूरी कहानी।
What is Pink Gold : पिंक गोल्ड क्या है?
पिंक गोल्ड यानी गुलाबी सोना को रोज़ गोल्ड भी कहा जाता है। इसमें सोने के साथ कॉपर (तांबा) और थोड़ी मात्रा में सिल्वर मिलाया जाता है। इसका रंग गुलाबी-लाल दिखता है। यह ज्यादातर इंगेजमेंट रिंग, ब्रेसलेट और ट्रेंडी ज्वैलरी में पसंद किया जाता है। दिखने में स्टाइलिश और यूनिक लगने के कारण युवाओं में इसकी डिमांड ज्यादा है।
What is White Gold : व्हाइट गोल्ड क्या है?
व्हाइट गोल्ड असल में सोना ही होता है, जिसमें पैलेडियम, निकल या जिंक जैसे मेटल मिलाए जाते हैं। इसके ऊपर रोडियम की कोटिंग की जाती है, जिससे यह चांदी जैसा चमकदार दिखता है। यह खासतौर पर डायमंड ज्वैलरी के लिए ज्यादा इस्तेमाल होता है क्योंकि इसमें पत्थरों की चमक और ज्यादा निखरकर आती है।
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What is Yellow Gold : पीला सोना क्या है?
येलो गोल्ड यानी पारंपरिक पीला सोना, जिसे हम सोने के गहनों के रूप में सबसे ज्यादा देखते हैं। इसमें सोने के साथ कॉपर और जिंक मिलाया जाता है। भारतीय शादियों और पारंपरिक ज्वैलरी में येलो गोल्ड की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है। इसमें सबसे शुद्ध गोल्ड 24 कैरेट होता है।
Price Difference : कीमत में कितना अंतर है?
- असल कीमत सोने की शुद्धता (24 कैरेट, 22 कैरेट, या 18 कैरेट) पर निर्भर करती है।
- येलो गोल्ड और पिंक गोल्ड की कीमत लगभग बराबर होती है।
- व्हाइट गोल्ड थोड़ा महंगा हो सकता है, क्योंकि इसमें रोडियम कोटिंग और पैलेडियम जैसे मेटल का इस्तेमाल होता है।
- आमतौर पर पिंक और व्हाइट 14 कैरेट (58.3% सोना) या 18 कैरेट (75% सोना) में बनते हैं। कैरेट के आधार पर इनकी शुद्धता और रंग की गहराई बदलती है।
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क्वालिटी और इस्तेमाल
- पिंक गोल्ड (Pink Gold): मजबूत और स्क्रैच-रेसिस्टेंट, फैशनेबल ज्वैलरी में बेस्ट।
- व्हाइट गोल्ड (White Gold): डायमंड और स्टोन वाली ज्वैलरी के लिए परफेक्ट।
- येलो गोल्ड (Yellow Gold): पारंपरिक और निवेश दोनों के लिहाज से सबसे सुरक्षित।
आपके लिए कौन सा है बेस्ट?
अगर बात निवेश की हो तो येलो गोल्ड सबसे अच्छा है क्योंकि इसकी रीसेल वैल्यू और भरोसेमंदी सबसे ज्यादा है। लेकिन अगर आप स्टाइलिश ज्वैलरी चाहते हैं तो पिंक गोल्ड और व्हाइट गोल्ड बढ़िया ऑप्शन हैं।
येलो गोल्ड निवेश और पारंपरिक गहनों के लिए बेस्ट है, जबकि पिंक और व्हाइट गोल्ड फैशन और मॉडर्न लुक के लिए परफेक्ट चॉइस माने जाते हैं।
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