इतिहास में पहली बार ₹1.40 लाख के पार पहुंचा सोना, तोड़े सभी रिकॉर्ड; नए साल से पहले कितनी बढ़ेगी कीमत?
Gold Price All Time High: नए साल से पहले सोने ने वायदा बाजार में ₹1.40 लाख प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड स्तर छुआ। इस उछाल की मुख्य वजहें वैश्विक भू-राजनी ...और पढ़ें
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इतिहास में पहली बार 1.40 लाख के पार पहुंचा सोना, तोड़े सभी रिकॉर्ड; नए साल से पहले कितनी बढ़ेगी कीमत?
Gold Price Today: नए साल से सिर्फ 5 दिन पहले सोने ने ऐसा तहलका मचाया कि बाजार सन्न रह गया। वायदा बाजार में 24 कैरेट गोल्ड ने इतिहास रचते हुए पहली बार 1.40 लाख रुपए (gold crosses 1.40 lakh price) प्रति 10 ग्राम का सबसे ऊंचे स्तर को छू लिया। MCX पर रात करीब 9:08 बजे सोने की कीमत में अचानक तेज उछाल आया और यह 2153 रुपए यानी 1.56% की बढ़त के साथ 1,40,250 रुपए (gold price today) के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
ट्रेडिंग के दौरान सोने का लो लेवल 1,38,574 रुपए (gold rate today) रहा। साल खत्म होने से ठीक पहले आए इस उछाल ने निवेशकों को चौंका दिया है और बाजार में यह सवाल तेज हो गया है कि क्या नए साल में सोना और महंगा होगा या यहीं थमेगा। सवाल यह भी उठने लगे हैं कि आखिर इस तेजी के पीछे की वजह क्या है?
20 साल में गोल्ड को 10 हजार रुपए बढ़ने में कितने दिल लगे?
| रुपए/10 ग्राम | तारीख | कितने दिन लगे |
| 10,000 | 5 मई 2006 | ---- |
| 20,000 | 14 अक्टूबर 2010 | 1623 दिन |
| 30,000 | 1 जून 2012 | 596 दिन |
| 40,000 | 3 जनवरी 2020 | 2772 दिन |
| 50,000 | 22 जुलाई 2020 | 201 दिन |
| 60,000 | 20 मार्च 2023 | 971 दिन |
| 70,000 | 5 अप्रैल 2024 | 382 दिन |
| 80,000 | 24 जनवरी 2025 | 294 दिन |
| 90,000 | 31 मार्च 2025 | 66 दिन |
| 1,00,000 | 13 जून 2025 | 74 दिन |
| 1,10,000 | 15 सितंबर 2025 | 94 दिन |
| 1,20,000 | 6 अक्टूबर 2025 | 21 दिन |
| 1,30,000 | 16 अक्टूबर 2025 | 10 दिन |
| 1,40,000 | 26 दिसंबर 2025 | 72 दिन |
SOURCE- MCX
गोल्ड की कीमतों में तूफानी तेजी के पीछे हैं दो बड़ी वजह (gold price hike reason)
वजह नंबर 1: दुनिया में डर और जंग का माहौल
सोने की कीमतों में उछाल की सबसे बड़ी वजह है- ग्लोबल जियोपॉलिटिकल टेंशन। रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वेनेजुएला से कच्चे तेल की सप्लाई में रुकावट की खबरों ने एनर्जी सप्लाई पर खतरे की आशंका बढ़ा दी है। अफ्रीका में ISIS के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई की खबरों से भी बाजार में डर का माहौल है।
ऐसे हालात में निवेशक शेयर बाजार जैसे जोखिम भरे निवेश से पैसा निकालकर सोने और चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर जाते हैं। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना करीब 4,500 डॉलर प्रति औंस के आसपास पहुंच गया। यानी साफ है कि जब दुनिया में अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोना सबसे भरोसेमंद सहारा बन जाता है और मांग बढ़ते ही कीमतें रिकॉर्ड बनाने लगती हैं।
यह भी पढ़ें- अगले साल ₹2.50 लाख के पार होगी चांदी, आखिर कहां तक पहुंचेंगे दाम? अजय केडिया ने बताया 2026 का टारगेट प्राइस
वजह नंबर 2: ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
दूसरी बड़ी वजह है- ब्याज दरों को लेकर बदलता माहौल। बाजार को उम्मीद है कि अगले साल अमेरिकी सेंट्रल बैंक दो बार ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। जैसे ही दरें घटती हैं, बैंक एफडी, बॉन्ड और सेविंग स्कीम्स का रिटर्न कम आकर्षक हो जाता है। ऐसे में निवेशक सोचते हैं कि पैसा कहां लगाया जाए, जहां उसकी वैल्यू सुरक्षित रहे। और जवाब होता है- गोल्ड। इसी उम्मीद के चलते गोल्ड ETF में लगातार पैसा आ रहा है और दुनिया के कई सेंट्रल बैंक भी बड़े पैमाने पर सोना खरीद रहे हैं। यही कारण है कि कीमतें नीचे आने का नाम नहीं ले रहीं।
अगर आपको शादी या किसी जरूरी जरूरत के लिए सोना खरीदना है, तो फिलहाल दाम ऊंचे हैं। लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर जियोपॉलिटिकल तनाव बना रहता है, तो सोना सस्ता होने की उम्मीद कम है। इस साल सोने ने 70% से ज्यादा की तेजी दिखाई है, जो साफ संकेत है कि अब सोना सिर्फ शौक नहीं, बल्कि पोर्टफोलियो की जरूरत बन चुका है।
Gold Price Target 2026: अजय केडिया ने कितना दिया टारगेट प्राइस?
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया बताते हैं कि, "साल 2025 में सोने ने हाल के वर्षों की सबसे मजबूत तेजी देखी। इसकी बड़ी वजहें रहीं- भू-राजनीतिक तनाव, गोल्ड ETF में लगातार निवेश, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीद। ये सभी कारक 2026 में भी असरदार बने रहने की उम्मीद है, जिससे लंबे समय में सोने की कीमतों को मजबूत सपोर्ट मिलता रहेगा।
हालांकि, अब तक कीमतों में अच्छी बढ़त हो चुकी है, इसलिए निवेशकों को बीच-बीच में दाम या समय के हिसाब से करेक्शन की संभावना को भी ध्यान में रखना चाहिए। अगर वैश्विक तनाव कम होते हैं या जोखिम लेने का माहौल सुधरता है, तो सोने में अस्थायी गिरावट आ सकती है। इसके बावजूद, सोने में आगे भी करीब 10-12% की बढ़त की संभावना बनी हुई है और कीमतें धीरे-धीरे 1,50,000 रुपए के स्तर की ओर बढ़ सकती हैं।"
Gold Price Target 2026: 1.60 लाख रुपए पहुंचेगी कीमत?
गोल्डमैन सैक्स के सर्वे में पाया गया है कि अगले साल तक सोने में 36 फीसदी की बढ़ोतरी आ सकती है। अगले साल तक सोने का भाव 5000 डॉलर पहुंच सकता है। अगर भारतीय रुपयों में देखें तो ये 158,213 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच (Gold Price Hike) सकता है।
अमेरिका की दिग्गज बैंकिंग कंपनी जेपी मॉर्गन ने दावा किया है कि साल 2026 के अंत तक सोने की कीमत 5000 डॉलर हो जाएगी। अगर भारतीय रुपयों में बात करें तो साल 2026 के अंत तक 10 ग्राम सोने का भाव 1,56,426 रुपए तक पहुंच सकता है। जेपी मॉर्गन द्वारा सोने को लेकर ये टारगेट प्राइस हाल फिलहाल में दिया गया है। ये ध्यान रखें कि इसमें हमने 3 फीसदी जीएसटी और स्टाम्प ड्यूटी शामिल नहीं किया है।

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