Silver Price Hike: चांदी के दाम बढ़ते ही किसने बेची 100 टन चांदी? एक्सपर्ट बोले- 2026 में ₹2.40 लाख के पार होगी कीमत
Silver target price 2026: चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल के चलते, पिछले हफ्ते बाजार में लगभग 100 टन पुरानी चांदी बेची गई। IBJA के अनुसार, मुनाफावसूल ...और पढ़ें
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Silver Price Hike: चांदी के दाम बढ़ते ही किसने बेची 100 टन चांदी? एक्सपर्ट बोले- 2026 में ₹2.40 लाख के पार होगी कीमत
Silver Investment: आमतौर पर एक महीने में 10 से 15 टन पुरानी चांदी बाजार में आती है। लेकिन देश में चांदी के रिकॉर्ड तोड़ (Silver Record) छलांग ने पिछले हफ्ते लोगों को सबसे बड़ा मुनाफा कमाने का मौका दिया। जिसके चलते एक हफ्ते में करीब 100 टन पुरानी चांदी बाजार में बेच दी गई। यह जानकारी इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा दी गई है।
IBJA के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के मुताबिक, चांदी बेचने की यह तेजी दो वजहों के चलते देखी गई। पहली वजह थी कि रिकॉर्ड ऊंचे दामों पर मुनाफावसूली और दूसरी वजह रही कि शादी के सीजन और छुट्टियों में कैश की बढ़ी जरूरत। उन्होंने बताया कि बाजार में आई ज्यादातर चांदी स्क्रैप सिल्वरवेयर और बर्तनों की है, जिसे लोगों ने लंबे समय से जमा कर रखा था।
2026 में ₹2.40 लाख के पार होगी चांदी
बुधवार, 3 दिसंबर को चांदी की खुदरा कीमत 1,78,684 रुपए प्रति किलो के ऐतिहासिक (Silver All Time High) स्तर पर पहुंच गई थी। हालांकि 4 दिसंबर को इसमें हल्की गिरावट आई और कीमत 1,75,730 रुपए हो गई। लेकिन यह अब भी हाल के निचले स्तरों से करीब 20% ज्यादा है। विश्लेषकों का कहना है कि दाम आगे और उछल सकते हैं और चांदी जल्द ही 2 लाख रुपए प्रति किलो का स्तर छू सकती है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी रिसर्च हेड नवीन दमाणी के मुताबिक, सिल्वर की तेजी लंबी चलेगी, क्योंकि वैश्विक सप्लाई डेफिसिट लगातार बढ़ रहा है। उनका अनुमान है कि चांदी 2026 की पहली तिमाही में 2 लाख और अगले साल के अंत तक 2.4 लाख प्रति किलोग्राम (Silver Target Price 2026) तक जा सकती है। डॉलर कीमतों में भी चांदी 75 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।
तो क्या सीमित रहेगी चांदी की सप्लाई?
दूसरी ओर, चांदी की कीमतों को बढ़ाने वाला सबसे बड़ा कारक यह है कि वैश्विक मांग 2020 से लगातार सप्लाई से ज्यादा है। वॉशिंगटन स्थित सिल्वर इंस्टीट्यूट के अनुसार, चांदी का ज्यादातर उत्पादन सोना, लेड या जिंक खनन के दौरान बायप्रोडक्ट के रूप में होता है। यानी जब तक इन धातुओं का उत्पादन नहीं बढ़ेगा, चांदी की सप्लाई सीमित ही रहेगी।
चांदी बेचकर कैश कमाने की होड़ तेज
2025 में भी माइन्ड सिल्वर सप्लाई लगभग 813 मिलियन औंस पर स्थिर रही है। मैक्सिको और रूस में उत्पादन बढ़ा जरूर है, लेकिन पेरू और इंडोनेशिया में कमी ने इसे बैलेंस कर दिया। कुल मिलाकर 2025 में चांदी की कुल सप्लाई 1.022 बिलियन औंस रहने का अनुमान है, जबकि मांग 1.117 बिलियन औंस तक पहुंच सकती है, यानी बड़ा घाटा तय है। भारी सप्लाई कमी और लगातार बढ़ती कीमतों के चलते निवेशकों और आम लोगों में चांदी बेचकर कैश कमाने की होड़ और तेज हो सकती है।
MCX और IBJA पर आज क्या हैं चांदी के रेट? (Silver rate on MCX and IBJA)
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर शाम साढ़े पांच बजे तक 5 मार्च 2026 एक्सपायरी वाली चांदी में 1457 रुपए की बढ़त दर्ज हुई और उसकी कीमत 1,83,199 रुपए प्रति किलोग्राम (Silver Price Today) पहुंच गई। ट्रेडिंग के दौरान इसका हाई लेवल 1,84,163 रुपए और लो लेवल 1,80,100 रुपए रहा। पिछले दिन इसकी कीमत 1,81,742 रुपए थी।

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