Health Insurance: अस्पताल में कुछ घंटे भर्ती होने पर भी मिलता है क्लेम, एक्सपर्ट ने बताया; पढ़ें पूरी डिटेल
आज के समय हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) लेना बहुत ही जरूरी होता है। क्योंकि हम कब बीमार पड़ जाए इसका कोई भरोसा नहीं। आज के समय में कम समय अस्पताल में भर्ती रहने पर भी क्लेम मिल सकता है। बहुत सी ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां है जो इस तरह की पॉलिसी देती है।
नई दिल्ली। आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम (Health Insurance) पाने के लिए एक निर्धारित समय सीमा तक आपको अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है। लेकिन अब हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां ऐसे भी प्लान पेश कर रही हैं जिसके तहत कुछ घंटे अस्पताल में भर्ती होने पर भी क्लेम मिल सकता है। इस संबंध में पॉलिसीबाजार डॉट काम के हेल्थ इंश्योरेंस हेड सिद्धार्थ सिंघल ने जागरण बिजनेस को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज के समय में ऐसे बहुत सी कंपनियां हैं जो शॉर्ट टर्म के लिए अस्पताल में भर्ती होने के लिए इंश्योरेंस दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में ट्रीटमेंट और सर्जरी करने के तरीकों में बदलाव हुए है। अब ट्रीटमेंट या फिर सर्जरी करने में पहले की अपेक्षा कम समय लगता है। मेडिकल साइंस में भी हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। एक से एक बड़ी-बड़ी मशीनों के जरिए बहुत कम समय में ही सर्जरी को अंजाम दिया जा रहा है।
कुछ ही घंटों में हो जाती है सर्जरी
सिद्धार्थ सिंघल ने बताया कि ऐसी समस्याएं जिनका इलाज करने में पहले रात भर या और भी समय लगता था, अब मात्र कुछ ही घंटों में कर दिया जा रहा है। लैप्रोस्कोपी सर्जरी, लेजर सर्जरी और एडवांस्ड इमेजिंग के जरिए बड़ी ही आसानी से बीमारी का पता लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है।मोतियाबिंद सर्जरी, कीमोथेरेपी सेशन, एंजियोग्राफी, या यहां तक कि आपातकालीन निरीक्षण अब कुछ घंटों के भीतर पूरा किया जा सकता है। इसके लिए लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की आवश्यकता के बिना।
बहुत लोगों को यह चिंता रहती है कि अगर वह 24 घंटे तक अस्पताल में भर्ती नहीं हुए तो उन्हें क्लेम नहीं मिलेगा। लेकिन अब ऐसा नहीं है। बहुत सी कंपनियां शॉर्ट टर्म के लिए भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी देती हैं। अगर आप 2 घंटे तक अस्पताल में भर्ती रहे तो भी आपको क्लेम मिल सकता है।
सिद्धार्थ सिंघल ने बताया कि आज, आप अस्पताल में कम समय तक रहने के लिए भी स्वास्थ्य बीमा का दावा कर सकते हैं, जो पहले पारंपरिक कवरेज में शामिल नहीं था। कई प्रमुख बीमा कंपनियों ने अपनी स्वास्थ्य योजनाओं में ये लचीले प्रावधान शामिल किए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।