त्योहारी सीजन में नौकरियों की होगी बहार, 2.16 लाख अस्थायी नौकरियां पैदा होने की उम्मीद, जानें किस सेक्टर में बनेंगे मौके
आगामी त्योहारी मौसम में देशभर में 2.16 लाख से अधिक अस्थायी नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है जो सालाना आधार पर 15-20 प्रतिशत की वृद्धि है। खुदरा ई-कॉमर्स बैंकिंग लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़ने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर मुंबई और बेंगलुरु जैसे महानगर त्योहारी भर्तियों में सबसे आगे हैं जबकि छोटे शहरों में भी मांग बढ़ रही है। महिलाओं की भागीदारी में भी वृद्धि होने की उम्मीद है।

मुंबई। आगामी त्योहारी मौसम के दौरान देशभर में 2.16 लाख से अधिक अस्थायी नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। यह सालाना आधार पर 15-20 प्रतिशत की वृद्धि है। कार्यबल समाधान फर्म एडेको इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि त्योहारी मांग की पूर्ति के लिए अस्थायी एवं अंशकालिक रोजगार में उछाल आने का अनुमान खुदरा क्षेत्र, ई-कामर्स, बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा, लाजिस्टिक, आतिथ्य, यात्रा और दैनिक उपभोग के सामान (एफएमसीजी) जैसे क्षेत्रों से प्रेरित है।
रक्षा बंधन, दशहरा और दिवाली जैसे आगामी त्योहारों के समय त्योहारी बिक्री होने और शादियों के मौसम में बिक्री तेज होने की उम्मीद में अस्थायी कामगारों की भर्ती गतिविधियों में तेजी आई है। कई कंपनियां मांग को आसानी से पूरा करने और अपेक्षित रूप से मजबूत त्योहारी अवधि के लिए अपनी परिचालन तैयारी को सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित समय से पहले ही भर्तियों का दौर शुरू कर चुकी हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष की भर्ती में वृद्धि उपभोक्ता धारणा में सुधार, ग्रामीण मांग को बढ़ावा देने वाले अनुकूल मानसून, चुनाव के बाद के आर्थिक आशावाद और आक्रामक त्योहारी विज्ञापनों से प्रेरित है। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे महानगर त्योहारी भर्ती की मांग में सबसे आगे हैं, जिनमें पिछले साल की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक अवसर हैं। वहीं, लखनऊ, जयपुर और कोयंबटूर जैसे दूसरी श्रेणी के शहरों में मांग में 42 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है।
इससे पता चलता है कि त्योहारी भर्तियों का सिलसिला व्यापक रूप ले चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक, नई भर्तियों के दौरान मिलने वाले वेतन में महानगरों में 12-15 प्रतिशत और उभरते शहरों में 18-22 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। इसके साथ ही लचीली, अल्पकालिक भूमिकाओं के लिए बढ़ती प्राथमिकता के कारण इस वर्ष की मौसमी भर्तियों के दौरान महिलाओं की भागीदारी में 23 प्रतिशत बढ़ोतरी देखी जा रही है।
महिलाओं की भागीदारी में 23 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद लचीली, अल्पकालिक भूमिकाओं के लिए बढ़ती प्राथमिकता के कारण इस वर्ष की मौसमी भर्तियों के दौरान महिलाओं की भागीदारी में 23 प्रतिशत बढ़ोतरी देखी जा रही है। लाजिस्टिक एवं आपूर्ति क्षेत्र में भर्तियां 30-35 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है, जबकि बैं¨कग, वित्तीय सेवा एवं बीमा क्षेत्र में 30 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है। ई-कामर्स और खुदरा क्षेत्र कुल नई मौसमी नौकरियों का 35-40 प्रतिशत हिस्सा होंगे, जबकि आतिथ्य एवं यात्रा क्षेत्रों में 20-25 प्रतिशत की वृद्धि देखी जाएगी।
इस साल का त्योहारी मौसम एक तेज और अधिक संरचनात्मक मांग वक्र देख रहा है। हमने इस मांग को पहले ही पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से तैयारी की है। -दीपेश गुप्ता, डायरेक्टर, एडेको इंडिया
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