Top Mutual fund: एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला फंड, निवेश करने से पहले क्या-क्या रखें ध्यान
म्यूचुअल फंड में हर कोई निवेश करना तो चाहता है, लेकिन ये समझ नहीं आता कि निवेश के लिए कौन-सा फंड सही है। म्यूचुअल फंड अपने आकर्षक रिटर्न के चलते निवेशकों के बीच का पॉपुलर है। इसमें न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी होता है। आइए जानते हैं कि एक साल में किस फंड (Top Mutual Fund) ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है।

नई दिल्ली। आज हर कोई म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहता है। इसमें किसी भी सुरक्षित स्कीम से ज्यादा रिटर्न मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर भी निर्भर करता है। हमें में से कई म्यूचुअल फंड में निवेश तो करना चाहते हैं, लेकिन ये समझने में असमर्थ रहते हैं कि निवेश करने के लिए कौन-सा फंड सही रहेगा?
हमने नीचे कुछ ऐसे फंड की लिस्ट दी है। जिसने एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। हालांकि किसी भी फंड को सिर्फ रिटर्न को देखकर चयन नहीं करना चाहिए।
ऊपर दी गए फंड में से निप्पॉन इंडिया ताइवान इक्विटी फंड ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। इस फंड ने एक साल में 44 फीसदी रिटर्न दिया है। हालांकि इसका एक्सपेंस रेश्यो 1.04 फीसदी है।
एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले फंड
| नाम | AUM | एक्सपेंस रेश्यो | एक साल में रिटर्न |
| निप्पॉन इंडिया ताइवान इक्विटी फंड | 389.0869 | 1.04 | 44.82207117 |
| मोतीलाल ओसवाल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड | 3703.304 | 0.44 | 33.58963424 |
| आदित्य बिड़ला एसएल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड | 721.8246 | 0.31 | 32.81948142 |
| ICICI प्रू NASDAQ 100 इंडेक्स फंड | 2543.954 | 0.61 | 30.85601877 |
| आदित्य बिड़ला एसएल इंटरनेशनल इक्विटी फंड | 266.1873 | 2.08 | 29.08573761 |
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो कुछ बातों का खास ध्यान देना होगा।हमने इसे लेकर टाटा एसेट मैनेजमेंट की प्रमुख उत्पाद, शैली गैंग से बातचीत की है।
निवेश के पीछे न भागे
शैली गैंग द्वारा निवेशकों को ये सुझाव दिया है कि उन्हें रिटर्न के पीछे नहीं भागना चाहिए। बल्कि सही एसेट एलोकेशन पर बने रहना चाहिए। अक्सर निवेशक उन एसेट क्लास में निवेश करते हैं, जिन्होंने हाल ही में बेहतर प्रदर्शन किया हो। हालांकि अच्छे रिटर्न के पीछे भागने से आपके पोर्टफोलियो को नुकसान पहुंचता है।
एक अच्छा पोर्टफोलियो वहीं होगा, जिसमें कुछ फंड अच्छा प्रदर्शन कर रिटर्न बढ़ाए और कुछ स्थिर रिटर्न देकर पोर्टफोलियो को कम जोखिम वाला बनाए।
अपने फंड के हिसाब से निवेश अवधि चुने
म्यूचुअल फंड के जरिए आप अलग-अलग फंड में निवेश कर सकते हैं। ये अलग-अलग फंड अलग-अलग अवधि पर अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। क्योंकि इन सभी का स्वभाव अलग होता है। इसलिए फंड के हिसाब से निवेश अवधि का चयन करें।
टाटा एसेट मैनेजमेंट की प्रमुख उत्पाद, शैली गैंग बताती है कि
● 1 महीने से कम: ओवरनाइट फंड
● 1-3 महीने: लिक्विड फंड
● 3 महीने-1 वर्ष: मनी मार्केट और आर्बिट्रेज फंड
● 1-3 वर्ष: शॉर्ट-टर्म बॉन्ड और कॉरपोरेट बॉन्ड फंड
● 3 वर्ष से अधिक: इक्विटी, हाइब्रिड और डेट एक्रुअल फंड
इमरजेंसी फंड है जरूरी
शैली गैंग ने निवेशकों को ये सुझाव दिया है कि मुख्य निवेश पोर्टफोलियो बनाने से पहले, अपनी मासिक आय का 9-12 महीने का हिस्सा इमरजेंसी फंड के रूप में रखे। अगर आप ऐसा करते हैं तो इमरजेंसी पड़ने पर आपका पोर्टफोलियो खराब नहीं होगा। ऐसा करने पर आप लंबे समय के लिए पोर्टफोलियो मेंटेन रख पाएंगे।
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। शेयर बाजार में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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