Top Mutual Fund: इस साल देश का सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला फंड कौन-सा है, क्या आपको निवेश करना चाहिए?
Top Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में आज हर कोई निवेश करना चाहता है। लेकिन कौन-से फंड में निवेश किया जाए, ये समझ पाना मुश्किल होता है। म्यूचुअल फंड में न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी है। हालांकि ये रिटर्न शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। यही कारण है कि कुछ फंड ऐसे निकल जाते हैं जो उम्मीद से ज्यादा रिटर्न दें देते हैं।
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नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड में मिलने वाले आकर्षक रिटर्न को देखते हुए आज हर कोई इसे पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहता है। इसमें न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है।
यहीं कारण है कि कुछ ऐसे फंड रहें जिन्होंने एक साल शून्य रिटर्न दिया है। वहीं दूसरी ओर ऐसे फंड भी मार्केट में रहें जिसने 40 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। चलिए अब उस फंड के बारे में जान लेते हैं जो इस साल देश का सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला फंड बना।
इस फंड ने दिया सबसे ज्यादा रिटर्न?
निप्पॉन इंडिया ताइवान इक्विटी फंड इस साल देश का सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला फंड बना है। इसने एक साल में 41 फीसदी रिटर्न दिया है। इसका एक्सपेंस रेश्यो 1.04 फीसदी है। साथ ही इसका AUM 421.5085 करोड़ रुपये है।
इसके साथ ही आदित्य बिड़ला SL Intl. इक्विटी फंड ने एक साल में 28.70 फीसदी रिटर्न दिया है। हालांकि इसका एक्सपेंस रेश्यो 2.08 फीसदी है। ये निप्पॉन इंडिया ताइवान इक्विटी फंड के एक्सपेंस रेश्यो से डबल है।
| नाम | AUM | एक्सपेंस रेश्यो | एक साल का रिटर्न |
| निप्पॉन इंडिया ताइवान इक्विटी फंड | 421.5085 | 1.04 | 41.58657852 |
| आदित्य बिड़ला SL Intl. इक्विटी फंड | 273.5061 | 2.08 | 28.70772058 |
| ICICI प्रू NASDAQ 100 इंडेक्स फंड | 2664.759 | 0.61 | 27.57125155 |
| मोतीलाल ओसवाल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड | 3892.074 | 0.44 | 26.72056534 |
| आदित्य बिड़ला SL निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड | 766.3721 | 0.31 | 25.99766475 |
हालांकि ये कहा जाता है कि केवल रिटर्न देखकर नहीं,रिस्क फैक्टर्स को ध्यान में रखकर भी निवेश करना चाहिए। अगर आप ऊपर बताए गए फंड में निवेश करने जा रहे हैं, तो कुछ रिस्क फैक्टर्स का ध्यान रखें-
कौन-से रिस्क फैक्टर्स का रखें ध्यान
बेटा (Beta)
अगर ये बेंचमार्क 1 से कम हो, तो आपके द्वारा चुना गया फंड कम जोखिम वाला है। वहीं अगर ये एक से ज्यादा हो तो इसे रिस्की माना जाता है।
स्टैंडर्ड डेविएशन (Standard Deviation)
जब हम किन्हीं दो फंड्स की तुलना करते हैं, उस समय स्टैंडर्ड डेविएशन देखा जाता है। इसका प्रतिशत जितना कम हो, फंड को उतना कम जोखिम वाला माना जाता है। मान लीजिए एक फंड का स्टैंडर्ड डेविएशन 5 फीसदी है और दूसरे का 10 फीसदी, तो पहला फंड कम जोखिम वाला होगा।
शार्प रेश्यो (Sharpe Ratio)
शार्प रेश्यो के जरिए आप म्यूचुअल फंड में जोखिम का आराम से पता लगा सकते हैं। अगर शार्प रेश्यो 1.00 से कम है, तो रिस्क कम होगा। अगर यहीं शार्प रेश्यो 1.00 से 1.99 के बीच है, तो रिस्क सामान्य रहेगा। ऐसे ही अगर शार्प रेश्यो 2.00 से 2.99 है, तो रिस्क काफी हाई रहेगा।
अगर शार्प रेश्यो 3 से भी ज्यादा है, तो ऐसे फंड में रिस्क बहुत ज्यादा हाई रहता है।
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड पर दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। शेयर बाजार में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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