Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    House Buying Tips: घर खरीदते वक्त आपकी नजरों से बचाकर वसूले जाते हैं ये चार्जिस, कैसे करें अपना बचाव?

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 04:20 PM (IST)

    home buying tips अपना मनपसंद घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। घर एक ही बार लिया जाता है इसलिए कई बार लोग मनपसंद घर के लिए लोन तक का सहारा लेते हैं। आमतौर पर लोगों का ध्यान होम लोन की ईएमआई कम करने पर रहता है। यहीं कारण है कि वे खरीदते वक्त हिडन चार्जिस को नोटिस नहीं करते।

    Hero Image
    House Buying Tips: घर खरीदते वक्त आपकी नजरों से बचाकर वसूले जाते हैं ये चार्जिस

     नई दिल्ली। अपना मनपसंद घर लेना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए लोग लोन तक लेने को तैयार हो जाते हैं। अपना मनपसंद घर लेने के लिए सालों की सेविंग तक खर्च देते हैं। अगर आप भी घर खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो ये लेख आपके लिए बड़े काम का होने वाला है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि वे कौन-से हिडन चार्जिस है, जो आपसे घर खरीदते वक्त वसूले जाते हैं।

    कौन-कौन से होते हैं हिडन चार्जिस?

    GST

    अगर कोई व्यक्ति ऐसा घर खरीदता है, जिसमें मरम्मत होना बाकी हो (Under Construction House), तो उसमें 12 फीसदी जीएसटी यानी टैक्स देना होता है। मान लीजिए अगर ऐसे घर की कोस्ट 60 लाख रुपये हैं, तो 12 फीसदी के हिसाब से उसे 7,20,000 रुपये टैक्स के रूप में देने होंगे।

    स्टेप ड्यूटी

    स्टेप ड्यूटी एक तरह का टैक्स ही है, जो राज्य सरकार द्वारा वसूला जाता है। राज्य सरकार प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के समय स्टेप ड्यूटी के रूप में टैक्स वसूलता है। अब मान लीजिए घर की कीमत 60 लाख रुपये हैं, वहीं स्टेप ड्यूटी 7 फीसदी लगाया जा रहा है, तो 4,20,000 रुपये स्टेप ड्यूटी के रूप में दिया जाएगा।

    रजिस्ट्रेशन चार्ज

    प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के समय व्यक्ति से रजिस्ट्रेशन चार्ज भी वसूला जाता है। ये चार्ज आमतौर पर 1 फीसदी के हिसाब से प्रॉपर्टी कोस्ट पर लगाया जाता है। 60 लाख रुपये अगर प्रॉपर्टी कोस्ट है, तो 60 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन चार्ज देना होगा।

    रखरखाव शुल्क

    अगर आप सोसाइटी में फ्लैट लेते हैं, तो आपको निश्चित समय सीमा पर रखरखाव शुल्क (Maintenance Charge) देना पड़ता है।

    कैसे करें बचाव, एक्सपर्ट ने क्या बताया?

    बेसिक होम लोन के सीईओ एवं सह-संस्थापक अतुल मोंगा ने बताया कि ज़्यादातर ग्राहक होम लोन के लिए अप्लाई करते समय केवल इंटरेस्टरेट पर ही ध्यान देते हैं, हालांकि कई और शुल्क भी हैं जिनकी वजह से प्रॉपर्टी की कीमत काफी बढ़ सकती है और आपका बजट हिल सकता है, जैसे प्रोसेसिंग फीस, लीगल फीस, टेकनिकल चार्ज, स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस। इसलिए ज़रूरी है कि अगर आप होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो लोन की ईएमआई के साथ-साथ इन सभी पहलुओं पर भी ध्यान दें। होम लोन लेने वालों को हमारी यही सलाह है कि इन सभी छिपे शुल्कों पर ज़रूर ध्यान दें, ताकि बाद में आप की मुश्किल बढ़ ना जाए।