Personal Loan vs Credit card EMI: दोनों में क्या अंतर, किस पर लगता है कम ब्याज? आपके लिए कौन सबसे सही, 4 पॉइंट में समझें
Personal Loan vs Credit card EMI : अगर आपको अचानक पैसों की ज़रूरत है, तो पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड ईएमआई दो विकल्प हैं। पर्सनल लोन में ब्याज दर कम होती है और ईएमआई सस्ती होती है। क्रेडिट कार्ड ईएमआई छोटे खर्चों के लिए ठीक है, जबकि पर्सनल लोन बड़ी रकम के लिए बेहतर है। पर्सनल लोन क्रेडिट लिमिट को प्रभावित नहीं करता है।
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Personal Loan और Credit card EM में क्या अंतर, किस पर लगता है कम ब्याज? आपके लिए कौन सबसे सही?
नई दिल्ली| Personal Loan vs Credit card EMI: अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़े तो सबसे आसान दो ही विकल्प दिखते हैं- पहला पर्सनल लोन और दूसरा क्रेडिट कार्ड ईएमआई (Credit card EMI)। लेकिन क्या दोनों एक जैसे होते हैं? तो जवाब है- नहीं। सही चुनाव आपकी जेब पर सीधा असर डाल सकता है। इसलिए समझिए इनमें क्या फर्क है और कौन-सा विकल्प आप पर कम बोझ डालेगा।
1. ब्याज दर और कुल लागत- जेब से कितना जाएगा?
पर्सनल लोन की ब्याज दर आमतौर पर 10% से 18% सालाना रहती है। मान लीजिए आप 1 लाख रुपए 12% ब्याज दर पर 2 साल के लिए लेते हैं। तो आपको हर महीने करीब 4,700 रुपए की EMI देनी होगी और कुल ब्याज लगभग 12,800 रुपए तक देना पड़ेगा।
लेकिन क्रेडिट कार्ड EMI पर शुरुआत में 18%-24% या इससे ज्यादा ब्याज लग सकता है। उसी 1 लाख रुपए को 20% ब्याज दर पर 2 साल के लिए EMI में बदलें तो EMI करीब 5,083 रुपए होगी और कुल ब्याज लगभग 21,000 रुपए तक पहुंच सकता है। यानी, पर्सनल लोन पर ब्याज कम और EMI भी सस्ती पड़ती है।
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2. लोन राशि और अवधि (Loan amount and tenure)
| विकल्प | कितनी रकम मिलती है | चुकाने का समय |
| पर्सनल लोन | ₹50,000 से ₹20 लाख तक | 6 महीने से 8 साल |
| क्रेडिट कार्ड EMI | क्रेडिट लिमिट तक | 3 से 24 महीने |
क्रेडिट कार्ड EMI छोटे खर्चों जैसे मोबाइल, टीवी, लैपटॉप आदि के लिए ठीक है। जबकि बड़ी रकम जैसे शादी, मेडिकल या घर के रिनोवेशन के लिए पर्सनल लोन बेहतर है।
3. क्रेडिट स्कोर और लिमिट पर असर (Credit score and limit)
क्रेडिट कार्ड ईएमआई (Credit Card EMI) लेने पर आपकी कार्ड लिमिट ब्लॉक हो जाती है, यानी बाकी खर्चों के लिए लिमिट कम बचती है। अगर कोई किस्त लेट हुई तो क्रेडिट स्कोर तुरंत गिर सकता है। पर्सनल लोन आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट (Credit Card Limit) को प्रभावित नहीं करता और समय पर भुगतान करने पर स्कोर बेहतर भी हो सकता है।
4. कब कौन-सा विकल्प चुनें?
| स्थिति | बेहतर विकल्प |
| बड़ा खर्च + लंबा समय | पर्सनल लोन |
| छोटा खर्च + जल्दी चुकाना | क्रेडिट कार्ड EMI |
| ब्याज कम और EMI फिक्स चाहिए | पर्सनल लोन |
| बिना कागजी प्रक्रिया के EMI चाहिए | क्रेडिट कार्ड EMI |
अगर आप कम ब्याज, तय EMI और बिना तनाव वाली लंबी योजना चाहते हैं तो पर्सनल लोन स्मार्ट विकल्प है। वहीं छोटे खर्चों के लिए और जल्दी चुकाने की स्थिति में क्रेडिट कार्ड EMI सुविधाजनक हो सकती है। बस ध्यान रखें कि छिपे चार्ज और लेट फीस आपकी जेब न ढीली कर दें। समझदारी इसी में है कि पहले ब्याज दर और कुल लागत का हिसाब लगाइए, फिर फैसला लीजिए।
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