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    Monthly Budget Tips: घर की EMI, Credit Bill और जरूरी खर्च सब हो जाएंगे पूरे, जानिए कैसे करें इन्हें बैलेंस?

    हर महीने खाते में आने वाला पैसा यानी सैलरी कब खत्म हो जाती है पता ही नहीं चलता। बच्चे की फीस घर का राशन तमाम बिल के बाद जो पैसे बच भी जाते हैं वे 10 से 15 तारीख में ही खत्म हो जाते हैं। क्या आप भी ऐसी परेशानी से जूझ रहे हैं? आज हम आपके लिए इसलिए खास Monthly Budget Tips लेकर आए हैं।

    By Mansi Bhandari Edited By: Mansi Bhandari Updated: Thu, 10 Jul 2025 11:24 AM (IST)
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    कैसे करें अपनी सैलरी के साथ जरूरी खर्च और उधार को मैनेज

     नई दिल्ली। आम आदमी ज्यादातर अपने हर छोटे-बड़े खर्चे के लिए प्रति माह आने वाली सैलरी पर ही निर्भर रहता है। लेकिन ये सैलरी भी इधर-उधर के खर्चों में कब पूरी तरह से खत्म हो जाती है,पता ही नहीं जनता। बढ़ती महंगाई के चलते सैलरी मैनेज (Salary Management) करना मुश्किल होता जा रहा है।

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    चलिए आज जानते हैं कि आप इसे आसानी से कैसे मैनेज कर सकते हैं। सैलरी मैनेज या हर महीने का बजट मैनेज करने के लिए कई फॉर्मूला उपलब्ध है। इन्ही फॉर्मूला में से एक आज हम 70:20:10 का फॉर्मूला लेंगे।

    कैसे करें 70:20:10 फॉर्मूला का इस्तेमाल?

    • 70%- जरूरी और मनचाहे खर्च
    • 20%- सेविंग
    • 10%- उधार चुकाने के लिए

    70%-जरूरी और मनचाहे खर्च

    सैलरी का 70 फीसदी आप जरूरी और मनचाहे खर्चो के लिए लगा सकते हैं।

    जरूरी खर्च

    बच्चे की फीस

    तमाम बिल

    घर का राशन

    हर हफ्ते आने वाली सब्जियां

    क्रेडिट बिल

    इत्यादि

    मनचाहे खर्च

    बाहर घूमना

    मनपसंद सामान लेना

    कपड़े खरीदना

    इत्यादि

    सैलरी का 20 फीसदी आप सेविंग के लिए रख सकते हैं। आप इस सेविंग अमाउंट को किसी सुरक्षित निवेश जैसे पोस्ट ऑफिस स्कीम, एफडी और असुरक्षित निवेश जैसे म्यूचुअल फंड में लगा सकते हैं। आप चाहें तो दोनों में ही निवेश कर सकते हैं।

    सैलरी का 10% हिस्सा आप उधार चुकाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे की आपने अगर किसी परिवार वाले या दोस्त से उधार लिया हो, तो इसे 10 फीसदी हिस्से में रखें। ऐसे ही लोन पर लिए गए घर की ईएमआई भी 10 फीसदी हिस्से में आएगा।

    कैलकुलेशन

    मान लीजिए किसी व्यक्ति की प्रतिमाह सैलरी 50,000 रुपये है।

    • 70%- 35 हजार रुपये
    • 20%- 10 हजार रुपये
    • 10%- 5 हजार रुपये

    इसका 70 फीसदी हिस्सा 35 हजार रुपये आप जरूरी खर्च और मनचाहे खर्च के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं 20 फीसदी पैसा, 10 हजार रुपये आप सेविंग के लिए रख सकते हैं।

    इसके अलावा 10 फीसदी हिस्सा 5000 हजार रुपये आप ईएमआई या उधार चुकाने के लिए रख सकते हैं।