Flood Damage Insurance : घर और कार बाढ़ में बहे...तो क्या मिलेगा इंश्योरेंस? एक्सपर्ट से समझें बारीकियां
जिन इलाकों में बाढ़ (flood insurance) का खतरा ज्यादा है वहां रहने वालों के लिए फाइनेंशियल तैयारी भी उतनी जरूरी है जितनी शारीरिक सुरक्षा। इसमें इंश्योरेंस अहम रोल निभाता है। सही इंश्योरेंस (Flood Insurance Claim Process) बाढ़ के बाद आने वाली आर्थिक मुश्किलों को काफी हद तक कम कर सकता है। सवाल यह है कि आखिर इंश्योरेंस कैसे बाढ़ के दौरान आपके घर कार और स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं?

नई दिल्ली | Flood Damage Insurance : उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi Cloudburst) में प्राकृतिक आपदा आई। जिसमें सैकड़ों घर-होटल मलबे में तब्दील हो गए। सैकड़ों वाहन बह गए। ऐसे में जिन इलाकों में बाढ़ का खतरा ज्यादा है, वहां रहने वाले लोगों के लिए फाइनेंशियल तैयारी भी उतनी जरूरी है, जितनी कि शारीरिक सुरक्षा।
इसमें इंश्योरेंस अहम रोल निभाता है। भले ही यह प्राकृतिक आपदाओं को रोक ना सके, लेकिन सही इंश्योरेंस कवर बाढ़ (Flood Damage Claim) के बाद आने वाली आर्थिक मुश्किलों को काफी हद तक कम कर सकता है।
अब सवाल यह है कि आखिर इंश्योरेंस कैसे बाढ़ के दौरान आपके घर, कार और स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं? इस बारे में बता रहे हैं बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस के चीफ टेक्निकल ऑफिसर (कमर्शियल) अमरनाथ सक्सेना। तो चलिए जानते हैं कि कौन-कौन से बीमा जरूरी हैं और कैसे ये आपकी मदद कर सकते हैं।
1. Home Insurance : घर और सामान की सुरक्षा
अगर आप बाढ़ या भूस्खलन वाले इलाके में रहते हैं तो होम इंश्योरेंस जरूरी है। यह बीमा घर की दीवारों से लेकर फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और कीमती सामान तक को पानी से होने वाले नुकसान से बचा सकता है। पॉलिसी लेने से पहले ये जरूर चेक करें कि उसमें बाढ़ कवर शामिल है या फिर नहीं।
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और अगर शामिल नहीं है तो ऐड-ऑन के तौर पर जोड़ सकते हैं। कई कंपनियां अस्थाई रहने की व्यवस्था और मलबा हटाने का खर्च भी कवर करती हैं। हालांकि, आपको ध्यान रखना होगा कि कुछ पॉलिसियों में वेटिंग पीरियड होता है। यानी मानसून आने से पहले ही बीमा लेना फायदेमंद होगा।
2. Motor insurance : आपकी गाड़ी का सुरक्षा कवच
अक्सर देखा जाता है कि बाढ़ का पानी गाड़ियों का इंजन खराब कर देता है। वाहनों में शॉर्ट सर्किट हो जाता है या फिर वाहन के अंदरूनी हिस्से भी खराब हो जाते हैं। कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस (Comprehensive Motor Insurance) में बाढ़, भूस्खलन और तूफान जैसे नैचुरल डिजास्टर्स का कवर होता है। हालांकि, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस से गाड़ी के नुकसान की भरपाई नहीं होती। इसलिए अगर आप बाढ़ वाले इलाके में रहते हैं तो आपका कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस लेना जरूरी है।
जरूरी ऐड-ऑन कवर
- इंजन प्रोटेक्शन कवर: इंजन में पानी घुसने से हुए नुकसान से बचाने के लिए।
- जीरो डेप्रिसिएशन: पार्ट्स की पूरी कीमत मिलती है।
- रिटर्न टू इनवॉइस कवर: गाड़ी के टोटल लॉस पर पूरी इनवॉइस वैल्यू मिलती है।
- कंज़्यूमेबल्स कवर: इंजन ऑयल, ब्रेक ऑयल आदि के नुकसान की भरपाई होती है।
3. Health Insurance : बीमारी और इलाज का खर्च
बाढ़ के बाद अक्सर डायरिया, हेपेटाइटिस, टाइफाइड, डेंगू जैसी बीमारियां फैलती हैं। साथ ही फिसलने या पानी में छुपी चीजों से चोट भी आम है। एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस इन सबके इलाज का खर्च उठा सकता है। पॉलिसी में प्री-हॉस्पिटलाइजेशन और पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन कवर जरूर देखें।
इस बात की भी जांच करें कि क्या पॉलिसी संक्रामक बीमारियों, डे केयर और एंबुलेंस खर्च को कवर करती है या फिर नहीं। बाढ़ वाले इलाकों में रहने वालों को टॉप-अप या सुपर टॉप-अप प्लान लेने की सलाह दी जाती है।
4. Parametric Insurance : तुरंत राहत का नया तरीका
अब कुछ जगहों पर ऐसा बीमा उपलब्ध है, जिसमें जैसे ही बारिश किसी तय स्तर को पार करती है, बीमा क्लेम ऑटोमैटिक पास हो जाता है। इससे तेजी से मुआवज़ा मिलता है। हालांकि ये प्लान अभी सीमित हैं, लेकिन भविष्य के लिए बड़े कारगर साबित हो सकते हैं।
क्या करें?
- पॉलिसी को समय-समय पर रिव्यू करें।
- मानसून का इंतजार न करें और बाढ़ से पहले बीमा करवा लें।
- कवर के हर पहलू को समझें और ज़रूरत के हिसाब से ऐड-ऑन का चुनाव करें।
बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है। लेकिन इससे जुड़ा आर्थिक नुकसान एक सही इंश्योरेंस प्लान के जरिए काफी हद तक कम किया जा सकता है। चाहे वो आपका घर हो, गाड़ी या फिर सेहत। सही बीमा आपके मुश्किल वक्त में सबसे भरोसेमंद साथी बन सकता है।
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