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    गोल्डमैन सैक्स का अनुमान: 2026 तक शेयर बाजार में आएगी तेजी, निफ्टी छुएगा 29000 के लेवल; ब्रोकरेज की 5 बड़ी बातें

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 09:23 PM (IST)

    अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्स ने भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market Forecast 2026) को लेकर सकारात्मक अनुमान जताया है। कंपनी का मानना है कि एनएसई निफ्टी 50 सूचकांक 2026 के अंत तक 14% बढ़कर 29,000 अंक तक पहुंच सकता है। आरबीआई की नीतियों और आर्थिक सुधारों के चलते बाजार में तेजी की उम्मीद है। कंपनी वित्तीय, उपभोक्ता, तेल और रक्षा क्षेत्र के शेयरों को बेहतर मानती है।

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    अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्स ने भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market Forecast 2026) को लेकर सकारात्मक अनुमान जताया है।

    नई दिल्ली। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्स ने सोमवार को भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market Forecast) को लेकर अपने अनुमान को बढ़ाया है। इसने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में अधिक लिवाली से एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी सूचकांक 2026 के अंत तक 14 प्रतिशत बढ़कर 29,000 अंक तक पहुंच सकता है। इस साल शेयर बाजार के हल्के प्रदर्शन के बाद गोल्डमैन सैक्स ने यह अनुमान जताया है।

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    ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि 2025 में अबतक इक्विटी में ‘मामूली’ तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि उभरते बाजारों के लिए यह सबसे मजबूत वर्षों में से एक रहा है, जिसमें 30 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गई है। गोल्डमैन सैक्स ने कहा, ‘‘शेयर बाजार का यह कमतर प्रदर्शन पिछले दो दशक में सबसे कमजोर है। इसका कारण उच्चतम शुरुआती मूल्यांकन और चक्रीय वृद्धि और लाभ में नरमी का अनुमान रहा।’’

    ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि उसने पिछले साल अक्टूबर में इन्हीं कारणों से भारत के बारे में अपने अनुमान को कम कर दिया था और अब वह भारत पर ‘ओवरवेट’ रुख अपना रहा है।

    गोल्डमैन सैक्स ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे साल आगे बढ़ा और आय में कमी आई, शुल्क संबंधी बाधाओं ने धारणा को और बिगाड़ दिया और बड़े पैमाने पर विदेशी संस्थागत निवेशकों को जोखिम कम करने को प्रेरित किया। अब हमें लगता है कि आने वाले साल में भारतीय शेयर बाजार बेहतर प्रदर्शन करेगा।’’

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    आरबीआई के नीतिगत दर में कटौती, बेहतर नकदी और बैंकों के विनियमन में ढील और आय में सुधार जैसी आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने वाली नीतियों के कारण अनुमान को बढ़ाया गया है। उल्लेखनीय रूप से ‘अंडरपोजिशनिंग’ के कारण विदेशी निवेशकों ने 30 अरब डॉलर की बिकवाली की। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि वह अगले साल के लिए वित्तीय, उपभोक्ता, तेल विपणन कंपनियों और रक्षा क्षेत्र के शेयरों को बेहतर मानता है।

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