शेयर बाजार में लगातार गिरावट हावी, 3 दिन में 1100 अंक टूटा Sensex, किन स्तरों पर थमेगी ये बिकवाली
भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन लगातार 3 दिन से बड़ी बिकवाली ने निवेशकों को निराश कर दिया है। आज सभी सेक्टर्स में मंदी के साथ कारोबार हो रहा है। मार्केट एक्सपर्ट्स ने बाजार में जारी गिरावट के 3 बड़े कारण बताए हैं।
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बाजार में लाल निशान के साथ कारोबार हो रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से जारी गिरावट आज 7 नवंबर को और गहरा गई है। बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 25400 के नीचे फिसल गया है जबकि 531 अंक गिरकर 82777 पर ट्रेड कर रहा है। सभी सेक्टर में बिकवाली हावी है। हालांकि, मेटल इंडेक्स में निचले स्तरों से हल्की रिकवरी देखने को मिली है। इस गिरावट में भी अदाणी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक पावर ग्रिड और अदाणी पोर्ट्स के शेयर तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं, जबकि भारती एयरटेल, एचसीएल टेक, अपोलो हॉस्पिटल और विप्रो समेत अन्य स्टॉक्स में 2 से 4 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल रही है।
बाजार में लगातार तीसरे ट्रेडिंग सेशन में यह गिरावट आई है, और मार्केट एक्सपर्ट्स ने इसके लिए 3 बड़े कारणों को जिम्मेदार बताया है।
3 वजहों से लगातार गिर रहा बाजार
कमजोर ग्लोबल संकेत: बाजार की कमजोरी का एक बड़ा कारण आज कमजोर ग्लोबल संकेत भी हैं। क्योंकि, एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया के कोस्पी, जापान के निक्केई 225 और हांगकांग के हैंग सेंग सूचकांकों में भारी गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, अमेरिकी बाजार भी कल रात गिरावट के साथ बंद हुए। यूएस मार्केट में गिरावट की वजह अमेरिकी सरकार के शटडाउन से जुड़ी चिंताएं और टेक्नोलॉजी व एआई कंपनी से जुड़े शेयरों में बिकवाली रही।
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली: पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार शेयर बेच रहे हैं और गुरुवार को भी उन्होंने 3,263.21 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि लगातार विदेशी बिकवाली से बाजार के सेंटिमेंट प्रभावित हुए हैं।
डॉलर और क्रूड में मजबूती: अमेरिकी डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भी बाजार में गिरावट का कारण बन रही हैं। दरअसल, अमेरिकी अर्थव्यवस्था और लेबर मार्केट को लेकर चिंताएं कम होने के बाद अमेरिकी डॉलर 5 महीने के उच्चतम स्तर पर है। वहीं, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.3 प्रतिशत बढ़कर 63.57 डॉलर प्रति बैरल हो गया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें आमतौर पर भारत के व्यापार संतुलन और महंगाई के लिहाज से अच्छी नहीं होती हैं।
Nifty कहां बनाएगा सपोर्ट
बाजार में जारी गिरावट के बीच अब निवेशकों के मन में सवाल है कि निफ्टी में गिरावट किन स्तरों पर थम सकती है। आनंद राठी इन्वेस्टमेंट सर्विसेज में इक्विटी रिसर्च के सीनियर मैनेजर, जिगर पटेल ने कहा कि निफ्टी के लिए अब 25300 एक अहम सपोर्ट है जहां मार्केट बॉटम बनाता दिख रहा है। वहीं, 25500 का लेवल इंडेक्स के लिए अहम रेजिस्टेंस होगा।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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