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    ‘सीमित ओवरों की क्रिकेट में बल्लेबाजी क्रम को ज्यादा अहमियत..’, वनडे सीरीज खत्म होने के बाद बोले कोच Gautam Gambhir

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 07:03 PM (IST)

    Gautam Gambhir: गौतम गंभीर ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव करने के अपने फैसले का बचाव किया है, यह कहते हुए कि ...और पढ़ें

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    Gautam Gambhir ने बैटिंग ऑर्डर में बदलाव पर क्या कहा?

    डिजिटल डेस्क। Gautam Gambhir: भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर की बल्लेबाजी संयोजन में बदलाव करने की आदत अक्सर कड़ी जांच के घेरे में रही है, लेकिन उन्होंने कहा कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में बल्लेबाजी क्रम को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया जाता है और इस तरह से उन्होंने संकेत दिया कि वह अपने भरोसेमंद तरीकों पर कायम रहेंगे।

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    भारतीय टीम के इस संयोजन के कारण प्रारंभिक बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई वनडे सीरीज में नंबर चार पर बल्लेबाजी करनी पड़ी, जबकि आलराउंडर वाशिंगटन सुंदर की जगह पक्की नहीं रही।

    Gautam Gambhir ने बैटिंग ऑर्डर में बदलाव पर क्या कहा?

    दरअसल, कोच गंभीर ने कहा कि मेरा मानना है कि वनडे प्रारूप में आपको पता होना चाहिए कि आप किस तरह से खेलना चाहते हैं। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में प्रारंभिक बल्लेबाजों के संयोजन को छोड़कर बल्लेबाजी क्रम को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया जाता है।

    उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में निश्चित रूप से आपके पास एक निश्चित बल्लेबाजी क्रम होना चाहिए, लेकिन सफेद गेंद के प्रारूप में इसे (बल्लेबाजी क्रम) बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है। अपनी बात को पुख्ता करने के लिए उन्होंने वाशिंगटन का उदाहरण दिया, जो प्रत्येक मैच में अलग-अलग भूमिका निभा रहा है।

    वाशिंगटन जैसे खिलाड़ियों के लिए होता है मुश्किल

    गंभीर ने कहा कि आप उस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं जिसने मैनचेस्टर में 100 और ओवल में 50 रन बनाए और जिसका टेस्ट मैचों में औसत 40 से ज्यादा है। कभी-कभी आपको संतुलन पर भी ध्यान देना होता है। मुझे पता है कि वाशिंगटन जैसे खिलाड़ी के लिए यह मुश्किल होता है, लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि उसने तीसरे, पांचवें और आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अहम योगदान दिया है।

    गंभीर ने कहा कि वह इसी तरह के जज्बे का खिलाड़ी है और हम टीम में इसी तरह का खिलाड़ी चाहते हैं जो चेहरे पर मुस्कान के साथ टीम के लिए सब कुछ करने को तैयार हो। एक बल्लेबाज के रूप में मैं जानता हूं कि यह कितना मुश्किल काम है। मुझे यकीन है कि वह ऐसा करना जारी रखेगा।

    ओस की बड़ी भूमिका रही

    भारतीय कोच ने स्वीकार किया कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के तीनों मैच में परिणाम को प्रभावित करने में ओस की बड़ी भूमिका रही। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि साल के इस समय में टास बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है, क्योंकि जब आप पहले गेंदबाजी करते हैं या जब आप दूसरी पारी में गेंदबाती करते हैं तो बहुत फर्क पड़ता है। हमारे गेंदबाजों को पहले दो मैच में इसका एहसास हुआ। हालांकि, गंभीर को लगता है कि पांच मैचों की टी-20 सीरीज के दौरान ओस का मैचों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

    वनडे टीम में रो-को की जगह को लेकर नहीं होनी चाहिए बहस

    भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा का पिछले कुछ वर्षों में प्रदर्शन को देखते हुए उनके साथ अलग तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए और वनडे टीम में उनकी जगह को लेकर कभी भी बहस नहीं होनी चाहिए।

    राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य और मुख्य कोच गौतम गंभीर इस सीनियर जोड़ी के 2027 विश्व कप तक फार्म और फिटनेस बरकरार रखने को लेकर भले ही संशय में हो सकते हैं, लेकिन इन दोनों बैटिंग दिग्गजों ने पिछले छह वनडे में मिलकर तीन शतक (दो कोहली के) और पांच अर्धशतक (तीन रोहित के) बनाए हैं। बांगड़ ने जिओस्टार से कहा कि मुझे नहीं लगता कि टीम में विराट कोहली और रोहित शर्मा की जगह को लेकर सवाल उठाए जाने चाहिए। 

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