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    IND W vs SA W: चैंपियन कप्तान बनने के बाद हरमनप्रीत कौर ने क्या-क्या कहा, किसे दिया जीत का श्रेय? मिताली का नहीं लिया नाम

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 06:00 AM (IST)

    मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए। शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा ने अर्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद गेंदबाजी करते हुए दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट चटकाए। शेफाली ने दो विकेट हासिल किए। साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 246 रन पर सिमट गई। 

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    भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर। फाइल फोटो

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीता। फाइनल जीतने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बताया कि मैच का टर्निंग प्वाइंट क्या रहा। साथ ही शेफाली की जमकर तारीफ की। हालांकि, उन्होंने पूर्व कप्तान मिताली राज का एक बार भी नाम नहीं लिया।

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    मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए। शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा ने अर्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद गेंदबाजी करते हुए दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट चटकाए। शेफाली ने दो विकेट हासिल किए। साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 246 रन पर सिमट गई।

    फैंस की आभारी

    हरमन ने कहा, मैं इस शानदार फैंस की बेहद आभारी हूं। ये लोग पूरे टूर्नामेंट में हमारे साथ अद्भुत रहे हैं। हमारे हर उतार-चढ़ाव में हमारे साथ बने रहने के लिए धन्यवाद। पिछले मैच में भी हमने बात की थी कि आत्मविश्वास अब भी हमारे अंदर है, भले ही हमने लगातार तीन मैच गंवाए थे। हमें पता था कि हमारे पास कुछ खास है जिससे हम हालात पलट सकते हैं। टीम हमेशा सकारात्मक रही।

    वही हमारे लिए टर्निंग प्वाइंट

    भारतीय कप्तान ने कहा, सभी जानते थे कि हमें क्या करना है, सबने दिन-रात मेहनत की और यह टीम वाकई इस मुकाम की हकदार है। जब लौरा और सुने बल्लेबाजी कर रही थीं। वे बहुत अच्छा खेल रही थीं। तभी मैंने शेफाली को फील्ड में खड़ा देखा और जिस आत्मविश्वास के साथ वह खेल रही थी, मुझे यकीन हो गया कि आज का दिन हमारा है। मैंने अपने दिल की सुनी, लगा कि उसे एक ओवर जरूर देना चाहिए और वही हमारे लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।

    'शेफाली का आत्मविश्वास काम आया'

    चैंपियन कप्तान ने कहा, जब वह टीम में आई थी, हमने उससे कहा था कि हमें तुमसे शायद 2-3 ओवरों की जरूरत पड़े तो उसने तुरंत कहा "अगर आप मुझे गेंदबाजी देंगे, तो मैं दस ओवर भी डाल दूंगी।" उसका पूरा श्रेय उसे जाता है। वह बेहद सकारात्मक रही और टीम के लिए हमेशा तैयार थी। जिस समर्पण से उसने खेला, उसके लिए मैं सचमुच उसे सलाम करती हूं।

    'पूरे सपोर्ट स्टाफ को धन्यवाद'

    कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा, पिछले दो सालों में अमोल सर टीम के साथ थे। उन्होंने हमेशा हमें कहा कि कुछ अलग और खास लेकर आओ और बड़े मौके के लिए तैयारी करते रहो। हमें सपोर्ट स्टाफ और बीसीसीआई को भी पूरा श्रेय देना चाहिए। हमने अपनी टीम में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किए। उन्होंने हम पर भरोसा दिखाया और सबके सहयोग से आज हम यहां खड़े हैं। यह तो बस शुरुआत है। हम इस दीवार को तोड़ना चाहते थे और अब हमारी अगली योजना है इसे आदत बनाना। यह अंत नहीं है। यह बस शुरुआत है।

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