'कोहली टीम में जगह के हकदार नहीं', इरफान पठान ने की स्टार कल्चर खत्म करने की मांग, जमकर निकाली भड़ास
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का 5वां और आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से जीता। सिडनी में खेले गए इस मैच में हार के साथ ही टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो गया है। ऑस्ट्रेलिया ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को 3-1 से करारी शिकस्त दी। इस सीरीज में विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। विराट कोहली के खराब प्रदर्शन पर भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने जमकर लताड़ लगाई। साथ ही घरेलू क्रिकेट न खेलने और अपने खेल में तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत न करने का आरोप लगाते हुए इरफान पठान ने टीम में स्टार बल्लेबाज की जगह पर भी सवाल उठाए। इरफान पठान ने कहा कि भारतीय टीम में सुपरस्टार कल्चर को खत्म कर देना चाहिए।
गौरतलब हो कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान बेहद खराब फॉर्म में थे। 3-1 से हार के कारण भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने से चूक गई। कोहली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपनी नौ पारियों में केवल 190 रन ही बना सके और बार-बार ऑफ साइड की गेंद पर आउट हुए।
'सुपरस्टार कल्चर हो खत्म'
इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, हमें सुपरस्टार कल्चर को खत्म करने की जरूरत है, हमें टीम संस्कृति की जरूरत है। आपको खुद में सुधार करने की जरूरत है और भारतीय टीम में सुधार करने की जरूरत है। इस सीरीज से पहले भी मैच हुए थे और उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलने का मौका मिला था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। हमें उस संस्कृति को बदलने की जरूरत है।
घरेलू क्रिकेट खेलने पर दिया जोर
पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि महान सचिन तेंदुलकर ने भी रणजी ट्रॉफी तब खेली, जब उन्हें इसकी आवश्यकता नहीं थी। क्योंकि वह पिच पर चार या पांच दिन का समय बिताना चाहते थे। पठान ने यहां तक कहा कि शायद कोहली की जगह किसी युवा खिलाड़ी को दी जानी चाहिए, क्योंकि पिछले पांच सालों में उन्होंने पहली पारी में 30 से भी कम का औसत रहा है।
'एक दशक से भी ज्यादा'
पठान ने कहा, विराट कोहली ने आखिरी बार घरेलू क्रिकेट कब खेला था? साल 2012 जो एक दशक से भी ज्यादा हो गया है। 2024 में भारतीय टीम के लिए, पहली पारी में जहां आप मैच सेट कर सकते थे। वहां, विराट कोहली का औसत 15 का है। और अगर आप पिछले पांच सालों में उनके औसत पर विचार करें, तो यह 30 भी नहीं है।
'टीम में जगह के हकदार नहीं'
पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा, क्या भारतीय टीम अपने सीनियर खिलाड़ी की हकदार है? इसके बजाय, किसी युवा खिलाड़ी को मौका दें। उसे तैयार होने के लिए कहें। वह भी 25-30 का औसत देगा। यह टीम के बारे में है, व्यक्तियों के बारे में नहीं। जब हम विराट कोहली के बारे में बात करते हैं, तो उन्होंने भारत के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने कई प्रदर्शन किए हैं। लेकिन आप बार-बार एक ही गलती से आउट हो रहे हैं। आप तकनीकी गलती को ठीक करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। सनी सर मैदान में हैं। सनी सर या किसी और से बात करने में कितना समय लगता है? बात करिए, पूछिए कि मैं अपनी गलती कैसे ठीक कर सकता हूं।
WTC के फाइनल से भारत बाहर
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें और अंतिम टेस्ट में भारत को छह विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत ली। पांच मैच की टेस्ट सीरीज में भारत 3-1 से हारकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो गया है। अब साउथ अफ्रीका के साथ ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत होगी।
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