IND W vs SA W: 'हम या तो बहुत अच्छे या बहुत बुरे,' हार के बाद निराश साउथ अफ्रीकी कप्तान का छलका दर्द, पिच को लेकर कही यह बात
साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट मैच के बाद वह निराश दिखीं। हालांकि, उन्होंने टीम का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि टीम ने टूर्नामेंट के दौरान अच्छा खेला, लेकिन फाइनल में भारत उन पर भारी पड़ गया। उन्होंने कहा यहां से वह सीखेंगी और मजबूती के साथ वापसी करेंगी।

हार के बाद निराश दिखीं लौरा। फाइल फोटो
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका महिला टीम का रविवार, 2 नवंबर को दिल टूटा। फाइनल मैच में भारत ने उन्हें 52 रन से हराकर वनडे वर्ल्ड कप खिताब पर कब्जा जमाया। साउथ अफ्रीका कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने शानदार 101 रन की शतकीय साझेदारी पारी खेली। इसके बावजूद वह टीम को फिनिंश लाइन तक नहीं ले सकीं।
मैच के बाद वह निराश दिखीं। हालांकि, उन्होंने टीम का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि टीम ने टूर्नामेंट के दौरान अच्छा खेला, लेकिन फाइनल में भारत उन पर भारी पड़ गया। उन्होंने कहा यहां से वह सीखेंगी और मजबूती के साथ वापसी करेंगी।
'भारत ने पछाड़ दिया'
लौरा ने कहा, आज हारना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन मुझे यकीन है कि हम एक टीम के रूप में इससे जरूर आगे बढ़ेंगे। मुझे मेरी टीम पर गर्व है। पूरे टूर्नामेंट में हमने शानदार क्रिकेट खेला। हालांकि, आज भारत ने हमें पूरी तरह पछाड़ दिया। हारना निराशाजनक है, लेकिन हम इससे जरूर सीखेंगे और और मजबूत बनकर लौटेंगे।
आगे कहा, हमने उन दो खराब मैचों को पीछे छोड़ने में बेहतरीन काम किया। हम या तो बहुत अच्छा खेले या बहुत बुरा, लेकिन शुक्र है कि ज्यादा बार बहुत अच्छा खेले। कई खिलाड़ियों के लिए यह टूर्नामेंट शानदार रहा और मुझे गर्व है जिस तरह टीम ने मजबूती और जज्बा दिखाया।
'शुरुआत वैसी नहीं जैसे चाही'
साउथ अफ्रीकी कप्तान ने कहा, वर्ल्ड कप से पहले शायद मेरा साल बहुत अच्छा नहीं रहा और शुरुआत भी वैसी नहीं हुई जैसी चाहती थी। ज्यादा सोचने की वजह से दिक्कत हुई, लेकिन फिर मैंने सोचा यह भी बस एक क्रिकेट मैच ही है। जब मैंने कप्तानी और बल्लेबाजी को अलग-अलग देखने की कोशिश की तो मैं ज्यादा स्वाभाविक खेल पाई और इससे मुझे राहत मिली।
लौरा वोल्वार्ड्ट ने कहा, हम थोड़े और स्विंग की उम्मीद कर रहे थे। पिच में कुछ न कुछ था इसलिए मुझे अब भी लगता है कि गेंदबाजी का फैसला सही था। हम पीछा करते हुए काफी देर तक मुकाबले में थे, लेकिन बहुत जल्दी-जल्दी विकेट खो दिए। मैं बार-बार स्कोरबोर्ड देख रही थी और भारत लगातार 350 के आस-पास जा रहे थे।
'शेफाली शानदार बल्लेबाज'
लौरा ने आगे कहा, आखिरी ओवरों में हमारी गेंदबाजी शानदार रही और पूरे टूर्नामेंट में हम गेंदबाजी में बेहतरीन रहे। हमें वाकई भरोसा था कि हम इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। शेफाली शानदार बल्लेबाजी की। वह हमेशा ऐसे ही खेलती है और जब उसका खेल चल जाता है तो वह किसी भी टीम को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
उन्होंने कहा, मारिजान काप कई वर्ल्ड कप से हमारे लिए अद्भुत प्रदर्शन करती आई है। बहुत दुख है कि यह उसका आखिरी वर्ल्ड कप था। पूरी टीम उसे जीत का तोहफा देना चाहती थी। वह एक नहीं, दो खिलाड़ियों के बराबर है और हमें खुशी है कि वह हमारी टीम में है।
बता दें कि फाइनल मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से मात दी। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन का स्कोर बनाया। शेफाली और दीप्ति ने अर्धशतकीय पारी खेली। इसके जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम 246 रन पर सिमट गई।
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