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    फिल्मों में काम कर कमाते थे 600 रुपये, अब एक दिन में 25 हजार की होती कमाई; स्टार क्रिकेटर ने बताई कहानी

    Updated: Mon, 30 Jun 2025 04:06 PM (IST)

    भारत के मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) की कहानी बेहद दिलचस्प है। वरुण इस समय भारत के सफेद गेंद के क्रिकेट में सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक हैं। 33 साल के वरुण ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू महज चार साल पहले ही किया था। उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर कामयाबी हासिल करने से पहले बतौर आर्किटेक्ट म्यूजिशियन फिल्मकार और जूनियर आर्टिस्ट काम किया है।

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    Varun Chakravarthy ने अपने संघर्षों की कहानी बताई

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपनी नेशनल टीम के लिए खेले, लेकिन बेहद ही कम लोग होते है जिनका ये सपना पूरा होता है। खिलाड़ी अपने शानदार प्रदर्शन के चलते खेल के हर स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए लगातार संघर्ष करते हैं।

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    कई खिलाड़ी केवल कुछ ही मैच खेल पाते हैं, जबकि कुछ को तो कभी डेब्यू करने का मौका ही नहीं मिलता। अलग-अलग किस्से क्रिकेट की दुनिया में अक्सर देखने को मिलते हैं।

    हाल ही में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले वरुण चक्रवर्ती का करियर उतार-चढ़ाव वाला रहा। उन्होंने आर अश्विन के यूट्यूब शो 'कुट्टी स्टोरीज विद ऐश' में अपने करियरे के बारे में बात की ।

    Varun Chakravarthy ने अपने संघर्षों की कहानी बताई

    दरअसल, भारत के मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) की कहानी बेहद दिलचस्प है। वरुण इस समय भारत के सफेद गेंद के क्रिकेट में सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक हैं। 33 साल के वरुण ने अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण महज चार साल पहले ही किया था। 

    उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर कामयाबी हासिल करने से पहले बतौर आर्किटेक्ट, म्यूजिशियन, फिल्मकार और जूनियर आर्टिस्ट काम किया है।

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    वरुण ने भारत के पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल पर एक बातचीत में खुलासा किया कि उन्होंने शुरुआत में एक आर्किटेक्चरल कंपनी में काम किया। उन्हें जूनियर आर्टिस्ट में 600 रुपये हर दिन मिलते थे। एक आर्किटेक्चरल कंपनी में डेढ़ साल तक सहायक आर्किटेक्ट के रूप में काम किया। उन्होंने बताया, "मैंने लगभग 14,000 रुपये प्रति माह से शुरुआत की थी, और जब मैंने वह नौकरी छोड़ी, तब मेरी सैलरी 18,000 रुपये के आसपास थी।"

    आर्किटेक्ट से शुरुआत और फिर संगीत में करियर बनाने की कोशिश

    वरुण ने कुछ समय गिटार बजाने और संगीत में करियर बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मैं एक घंटे से ज्यादा गिटार बजाने और संगीत में करियर बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, मैं एक घंटे से ज्यादा गिटार प्रैक्टिस ही नहीं कर पाता था। 6-8 महीने में समझ आ गया कि अगर आपका मकसद सिर्फ दूसरों को इम्प्रेस करना है, तो कोई भी कला नहीं चलेगी।

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    इंटीरियर डिजाइन का शुरू किया बिजनेस

    संगीत छोड़ने के बाद वरुण ने इंटीरियर डिजाइन और कंस्ट्रक्शन में अपना बिजनेस शुरू करने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि ह एक साल तक तो ठीक चला, जब तक चक्रवात 'वर्धा' नहीं आया, और मैंने अपना सारा निवेश खो दिया। तो वह भी खत्म हो गया। तब मैं लगभग 24-25 साल का था।

    फिल्मों में एंट्री, जब 600 रुपये हर दिन मिलते थे

    वरुण का जब बिजनेस नहीं चला तो वह अपने दोस्तों के साथ फिल्म इंडस्ट्री में गए जहां उन्होंने उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर बनने की कोशिश की। उन्होंने बताया,

    "मेरे कुछ दोस्त फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा थे, और मैंने बहुत सारी फिल्में देखना और उनके साथ शूटिंग पर जाना शुरू किया, यह देखने के लिए कि क्या हो रहा है।"

    वहां जब एक डायरेक्टर ने उनसे पूछा, क्रिकेट खेलते हो? तब उन्होंने कहा, सिर्फ टेनिस-बॉल क्रिकेट। इसके बाद उन्हें एक फिल्म में जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर साइन किया गया। मुझे ₹600 प्रतिदिन मिलते थे, उस वक्त ये काफी था।

    टेनिस बॉल से टीम इंडिया तक

    टेनिस-बॉल क्रिकेट खेलने वाले वरुण ने बाद में अपने क्रिकेट करियर पर ध्यान दिया। उन्हें मिस्ट्री स्पिन से पहचान मिली। बाद में उन्हें IPL में कोलकाता नाईट राइडर्स ने खरीदा। इसके बाद टी20 विश्व कप 2021 के लिए वरुण का सेलेक्शन हुआ, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद उन्हें ड्रॉप किया गया।

    फरवरी में उनकी इंग्लैंड सीरीज में वापसी हुई। जिसमें उन्होंने शानदार परफॉर्म किया। उन्हें चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम में शामिल किया गया, जहां उन्होंने टूर्नामेंट में 9 विकेट लेकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।