‘हमने मिथक तोड़ा, अब जीत की आदत…’, टीम इंडिया को World Cup जिताने के बाद कप्तान Harmanpreet Kaur का बड़ा संदेश
Harmanpreet Kaur: महिला वनडे विश्व कप जीतने के बाद, भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 2 नवंबर 2025 की रात टीम के साथ जश्न मनाया। उन्होंने कोच अमोल मजूमदार के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और युवा खिलाड़ियों से कहा कि अब विश्व कप न जीतने का मिथक टूट गया है, और यह सिर्फ शुरुआत है। हरमनप्रीत भावुक होकर रो पड़ीं और उन्होंने यह जीत मिताली राज व झूलन गोस्वामी जैसी दिग्गजों को समर्पित की। उन्होंने कोच, सपोर्ट स्टाफ और बीसीसीआई को भी श्रेय दिया।
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Harmanpreet Kaur ने भारत को चैंपियन बनाने के बाद दिया बड़ा संदेश
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। India Women's Cricket Team Captain Harmanpreet Kaur: महिला वनडे विश्वकप जीत के बाद 2 नवंबर 2025 की आधी रात कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) ने टीम की साथियों के साथ जमकर जश्न मनाया। उन्होंने कोच अमोल मजूमदार के पैर छूए और टीम की युवा साथियों को संदेश दिया कि अब हमने विश्व कप न जीत पाने का मिथक तोड़ दिया है, अब हमें जीत की आदत बन जानी चाहिए। उन्होंने एलान किया कि यह अंत नहीं बल्कि बस शुरुआत है।
Harmanpreet Kaur ने भारत को चैंपियन बनाने के बाद दिया बड़ा संदेश
2 नवंबर 2025 की रात विश्व कप जिताने वाला यादगार कैच लेने के बाद, भारतीय महिला टीम की चंचल कप्तान ने पहले कभी नहीं देखी गई भावनाओं का पूरा नजारा दिखाया। कैच लेने के बाद वह पागलों की तरह दौड़ीं, जैसे कल कभी होगा ही नहीं। जब युवा खिलाड़ी जश्न मना रहे थे, तो वह थोड़ी अलग-थलग खड़ी रहीं, उस पल को महसूस करने की कोशिश कर रही थीं।
कप्तान हरमनप्रीत कौर(Harmanpreet Kaur) ने कोच अमोल मजूमदार (Amol Mazumdar) के पैर छुए और इमोशनल होकर गले लगीं। इस बड़ी और ऐतिहासिक जीत के बाद उनकी आंखों से आंसू बह निकले। इतना ही नहीं, भारतीय महिला क्रिकेट की दो दिग्गज मिताली राज और झूलन गोस्वामी को जब कप पकड़ने के लिए बुलाया गया, वह दोनों भी रो पड़ीं। यह एक ऐसा पल था जब कप्तान और उपकप्तान स्मृति मंधाना झूलन को गले लगा रही थीं और उनसे कह रही थीं कि दीदी, यह आपके लिए था।
हरमनप्रीत ने कहा कि यह अमोल सर ही हैं, जो हमेशा अपने कप्तान से कुछ बड़ा और कुछ खास करने के लिए कहते रहते थे। हमें सपोर्ट स्टाफ और बीसीसीआई को श्रेय देना चाहिए। हमने अपनी टीम में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किए,और उन्होंने सच में हम पर इन्वेस्ट किया और सभी की वजह से हम यहां खड़े हैं। शेफाली ने कहा कि मैंने शुरू में कहा था कि भगवान ने मुझे यहां कुछ अच्छा करने के लिए भेजा है और आज वही दिखा। बहुत खुश हूं कि हम जीते और मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती।

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