IND vs SA: साउथ अफ्रीका के खिलाफ जुरैल का खेलना तय, खतरे में पड़ी इन 2 खिलाड़ियों की जगह
साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में नाबाद 132 रन बनाने वाले ध्रुव जुरैल ने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 170 गेंदों पर 15 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 127 रन बनाए। उनकी इन पारियों की बाद उनका दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले सप्ताह शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के खेलना तय हो गया।

शतक जड़ने के बाद ध्रुव जुरैल। फाइल फोटो
अभिषेक त्रिपाठी, जागरण, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरैल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब उन्हें मौका मिलता है तो वह उसका पूरा फायदा उठाना जानते हैं। भारत-ए और साउथ अफ्रीका-ए के बीच चार दिवसीय मुकाबले में उन्होंने दोनों पारियों में शतकीय प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
मुख्य विकेटकीपर ऋषभ पंत की वापसी के बावजूद भारतीय टीम प्रबंधन और राष्ट्रीय चयन समिति उनको एकादश में रखेगी। सीरीज का पहला टेस्ट मैच कोलकाता में 14 नवंबर से शुरू होगा, जिसमें जुरैल का बल्लेबाज के तौर खेलना लगभग तय माना जा रहा है।
सुदर्शन और नीतीश खतरे में
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा कि जुरैल के विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर खेलने की संभावना है। उन्हें आदर्श रूप से सुदर्शन की जगह तीसरे क्रम या ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी की जगह निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए उतारा जा सकता है। भारतीय परिस्थितियों में टीम को रेड्डी की गेंदबाजी की ज्यादा जरूरत नहीं होगी।
भारत को अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। मुख्य विकेटकीपर ऋषभ पंत की वापसी के बाद जुरैल को बाहर बैठाया जा सकता था, लेकिन अब उन्हें मुख्य टीम में शुद्ध बल्लेबाज के तौर पर खिलाया जाएगा। रेड्डी एकादश से बाहर हो सकते हैं। जुरैल की तकनीक और स्थिरता को देखते हुए उन्हें भविष्य में मध्य क्रम के लिए विकल्प माना जा सकता है।
फेल हुए ये खिलाड़ी
हाल में भारत की टेस्ट टीम में तीसरे नंबर पर खेल रहे साई सुदर्शन कुछ खास नहीं कर पाए हैं। वह इस चार दिवसीय मैच की दोनों पारियों में भी कुल 40 रन जोड़ पाए। उनकी जगह देवदत्त पडिकल को मौका मिल सकता है। चार दिवसीय मैच में अभिमन्यु ईश्वरन भी दोनों पारियों में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल भी कुछ खास नहीं कर सके। उन्होंने पहली पारी में 19 और दूसरी में 27 रन बनाए।
जुरैल की निरंतरता
जुरैल ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और शुरुआत से ही अपने खेल से प्रभावित किया। इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की छह पारियों में उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 243 रन बनाए। वहीं, वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट में तीन पारियों में एक शतक सहित 175 रन बनाए।
हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध एकमात्र टेस्ट में वह सिर्फ 12 रन ही बना सके। पंत की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज के विरुद्ध घरेलू सीरीज के दौरान उनकी विकेटकीपिंग की काफी तारीफ हुई थी। अब दक्षिण अफ्रीका-ए के विरुद्ध सफलता के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जुरैल सिर्फ एक अच्छे विकेटकीपर ही नहीं, बल्कि विश्वसनीय बल्लेबाज के रूप में भी टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।

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