ZIM vs NZ: न्यूजीलैंड ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 3 कीवी बल्लेबाजों ने किया कमाल; ऐसा करने वाली बनी दुनिया की तीसरी टीम
न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट मैच में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। न्यूजीलैंड के तीन बल्लेबाजों ने एक टेस्ट पारी में 150 प्लस का स्कोर कर एक खास उपलब्धि हासिल की। टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड ऐसा पहली बार किया। साथ ही वह दुनिया महज तीसरी टीम बनी जब तीन बल्लेबाजों ने एक ही पारी में 150 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाया। वहीं 1986 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। जिम्बाब्वे के खिलाफ चल रही दो मैचों की सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट में न्यूजीलैंड टीम ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए धमाल मचा दिया। डेवोन कॉनवे, हेनरी निकोल्स और रचिन रवींद्र की तिकड़ी ने 150 से ज्यादा रन बनाकर न्यूजीलैंड को टेस्ट मैच की पहली पारी में 476 रनों की विशाल बढ़त दिला दी। साथ ही न्यूजीलैंड ने इतिहास भी रच दिया।
कॉन्वे ने 245 गेंद पर 153 रन बनाए। ब्लेसिंग मुजारबानी ने उन्हें आउट किया। हेनरी निकोल्स (150 नाबाद) और रचिन रवींद्र (165 नाबाद) स्टंप्स तक नाबाद लौटे और न्यूजीलैंड ने 3 विकेट पर 601 रन बनाए। इन तीनों बल्लेबाजों की शतकीय पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने इतिहास रच दिया।
तीसरी टीम बनी न्यूजीलैंड
दरअसल, टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में तीन बल्लेबाजों ने 150 से अधिकर रन बनाए। जो न्यूजीलैंड के क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। साथ टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में न्यूजीलैंड यह उपलब्धि हासिल करने वाली दुनिया की केवल तीसरी टीम बनी। इससे पहले इंग्लैंड (1938 में) और भारत (1986 में) ने यह कारनाम किया था।
टेस्ट की एक ही पारी में 150 या उससे अधिक रन बनाने वाले तीन बल्लेबाज (टीम)
टीम | 150 या उससे ज्यादा का स्कोर करने वाले बल्लेबाजों की संख्या | खिलाफ | मैदान | साल |
इंग्लैंड | 3 | ऑस्ट्रेलिया | द ओवल, लंदन | 1938 |
भारत | 3 | श्रीलंका | ग्रीन पार्क, कानपुर | 1986 |
न्यूजीलैंड | 3 | जिम्बाब्वे | क्वींस स्पोर्ट्स क्लब, बुलावायो | 2025 |
दूसरे दिन गिरे केवल दो विकेट
दूसरे न्यूजीलैंड ने एक विकेट पर 174 रन से आगे खेलना शुरू किया। जिम्बाब्वे को नाइटवॉचमैन जैकब डफी को आउट करने में एक घंटा लगा, जिन्होंने 36 रन बनाए। पूरे दिन में सिर्फ एक और विकेट गिरा। वह था कॉनवे का।
कॉनवे के आउट होने के बाद जब रवींद्र बल्लेबाजी करने आए तो निकोल्स 64 रन बनाकर खेल रहे थे। रवींद्र ने तेजी से आक्रमण शुरू किया और दिन के अंत तक अपने साथी को पीछे छोड़ दिया। रवींद्र ने 104 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। दिन के खेल खत्म होने से पहले रवींद्र ने सिर्फ 35 गेंदों पर 65 रन और जोड़ लिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।