ZIM vs SA: 400 रन बनाने का मौका क्यों गंवाया? वियान मुल्डर ने बताई वजह, जवाब सुन हर किसी को होगा इस बल्लेबाज पर नाज
जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान नियुक्त किए गए वियान मुल्डर ने ऐतिहासिक पारी खेली। उनके पास 400 रन बना ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका था जो उन्होंने गंवा दिया। मुल्डर ने बताया है कि उन्होंने ये मौका क्यों गंवाया।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान वियान मुल्डर उस समय विश्व क्रिकेट में चर्चा का केंद्र बन गए जब उन्होंने ब्रायन लारा के 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका गंवा दिया। जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में मुल्डर ने साउथ अफ्रीका की पारी पांच विकेट के नुकसान पर 626 रनों पर घोषित कर दी। इस समय मुल्डर 367 रनोंके निजी स्कोर पर थे और उनके पास लारा के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए पर्याप्त समय था। हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और अब इसके पीछे की वजह बताई है।
टेस्ट की एक पारी में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड लारा के नाम ही। लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ ये स्कोर किया था। टेस्ट में लारा के नाम ही ये रिकॉर्ड अधिकतर समय तक रहा है। पहले उन्होंने 375 रन बनाते हुए ये सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी का रिकॉड बनाया जिसे मैथ्यू हेडन ने 389 रन बनाकर तोड़ा था। फिर लारा ने 400 रन बनाकर इस रिकॉर्ड को दोबारा अपने नाम कर लिया।
यह भी पढ़ें- ZIM vs SA: ऐतिहासिक पारी खेलने के बाद भी वियान मुल्डर से खुश नहीं उनके ही देश के दिग्गज, इस बात से हैं नाराज
इसलिए की पारी घोषित
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मुल्डर ने बताया कि उन्होंने पारी घोषित करने का फैसला क्यों किया। उन्होंने कहा कि वह लारा का सम्मान करते हैं और इसी कारण उन्होंने इस मौके को जाने दिया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें दोबारा मौका मिलेगा तो भी वह यही करेंगे। मुल्डर ने कहा, "पहले मैंने सोचा कि हमने काफी रन बना लिए हैं और हमें गेंदबाजी करने की जरूरत है। लारा महान खिलाड़ी हैं। उस कद का खिलाड़ी इस तरह के रिकॉर्ड को रखने का हकदार है। अगर मुझे दोबारा ऐसा करने का मौका मिलेगा तो मैं यही करूंगा। मैंने शुक्री कोनार्ड (टीम के कोच) से बात की थी और उनका भी मानना यही था। ब्रायन लारा महान खिलाड़ी हैं वह इस रिकॉर्ड को रखने के हकदार हैं।"
इस बात से की लड़ाई
मुल्डर ने बताया कि अपनी पारी के दौरान उन्होंने कई तरह की नकारात्मक बातों से लड़ाई की और जब तक वह 312 रनों क नहीं पहुंचे तब तक उन्हें कुछ पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा, "मुझे कई तरह के विचार आ रहे थे। पिछले दिन जब मैं नो बॉल पर आउट हो गया था तो उसके बाद मुझे कई तरह के नकारात्मक विचार आ गए थे। कई सकारात्म चीजें भी रहीं। मैं सकारात्मक रहना चाहता था। अपने जूतों पर फोकस कर लय में बने रहना चाहता था। आज सुबह ब्रेकफास्ट पर किसी ने मुझे बताया कि 277 रन टेस्ट में बतौर कप्तान डेब्यू करने वाले बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर है। मैंने उस स्कोर को पार किया फिर हाशिम अमला के स्कोर को पार किया और फिर मुझे पता चला कि मैंने 312 रन बना लिए हैं।"
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।