Exclusive: 'मुंबईकर चुनौतियों से भागते नहीं', लालचंद राजपूत को सूर्यकुमार पर है गजब का विश्वास, यूएई टीम के बारे में कही ये बात
रोहित शर्मा के टी20 से संन्यास लेने के बाद सूर्यकुमार यादव को भारतीय टीम की कप्तानी मिली है। उनकी कप्तानी में भारत एशिया कप खेलेगी और ये पहली बार होगा कि सूर्यकुमार किसी मल्टी टीम टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे। भारत के पूर्व कोच लालचंद राजपूत ने सूर्यकुमार की जमकर तारीफ की है।

2007 में भारत को पहली टी-20 विश्व कप ट्रॉफी दिलाने वाले कोच लालचंद राजपूत अब यूएई की टीम को अपनी कोचिंग में संवार रहे हैं। मुंबई से आने वाले लालचंद का मानना है कि एशिया कप जैसा टूर्नामेंट छोटी टीमों के लिए काफी अहम है और बड़ी टीमों के विरुद्ध प्रतिस्पर्धा से उन्हें आत्मविश्वास मिलता है। एशिया कप को लेकर लालचंद राजपूत से नितिन नागर ने विशेष बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:-
सवाल- यूएई की शुरुआत एशिया कप में भारत जैसी दिग्गज टीम से होगी। इस मैच की तैयारियां कैसी चल रही हैं और किन खिलाड़ियों को रोकना सबसे बड़ी चुनौती होगी?
लालचंद राजपूत- भारत इस समय विश्व की नंबर-वन टी-20 टीम है और मौजूदा विश्व कप चैंपियन भी। उनके पास कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी पल मैच का रुख बदल सकते हैं। सूर्यकुमार यादव 360 डिग्री खेलते हैं, हार्दिक मैच फिनिशर हैं, जसप्रीत बुमराह दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से हैं। तिलक वर्मा और अभिषेक शर्मा जैसे युवा भी शानदार फॉर्म में हैं। इसलिए हम किसी एक खिलाड़ी पर फोकस करने की बजाय सामूहिक रणनीति पर काम कर रहे हैं। मेरा मानना है कि बड़ी टीमों से मुकाबला जीतने के लिए मानसिक मजबूती और बेसिक्स पर डटे रहना जरूरी है।
सवाल- सूर्यकुमार यादव पहली बार किसी बहुदेशीय टूर्नामेंट में भारत की कप्तानी करेंगे। उनकी कप्तानी को आप कैसे आंकते हैं?
लालचंद राजपूत- सूर्य ने मुंबई क्रिकेट में लंबे समय तक कप्तानी की है और पिछले कुछ समय से भारत की टी-20 टीम की कमान भी संभाल रहे हैं। उनकी सोच आक्रामक है और नतीजे खुद इसका सबूत हैं। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 2024 टी-20 विश्व कप जीता और उस टीम का हिस्सा सूर्य भी थे। वहां उन्होंने काफी कुछ सीखा होगा। एशिया कप जैसा टूर्नामेंट चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन मुंबईकर कभी चुनौतियों से भागते नहीं। सूर्य उस परंपरा को आगे बढ़ाएंगे और मुझे पूरा भरोसा है कि वह कप्तानी में सफल रहेंगे।
सवाल- यूएई क्रिकेट ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से प्रगति की है। आप आने वाले पांच वर्षों में टीम को कहां देखते हैं?
लालचंद राजपूत- जब मैं किसी टीम से जुड़ता हूं तो हमेशा उसे ऊपर ले जाने की कोशिश करता हूं। यूएई में क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर काफी बेहतर हुआ है। यहां टी-10, डी-20 जैसे टूर्नामेंट नियमित रूप से हो रहे हैं। मैंने हाल ही में लाल गेंद से दो दिवसीय मैच भी शुरू कराए। 15 साल बाद टीम ने एशिया कप के लिए क्वालीफाई किया और हमने पिछली सीरीज में बांग्लादेश को हराकर आत्मविश्वास भी बढ़ाया। मुझे पूरा विश्वास है कि अगले 4-5 साल में यूएई की टीम एशिया की मजबूत टीमों में गिनी जाएगी।
सवाल- इस बार यूएई की पिचें किस तरह की होंगी क्योंकि कोविड से पहले पिचें काफी तेज होती थीं, लेकिन हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी में पिचें अपेक्षाकृत थोड़ी धीमी थीं?
लालचंद राजपूत- पिचें काफी अच्छी हैं, विशेष तौर पर दुबई स्टेडियम की बात करूं तो वहां बल्लेबाजों को काफी मदद मिलती है, वहीं अबूधाबी में विकेट पर उछाल और सीम मिलती है। एशिया कप यूएई में सीजन का पहला टूर्नामेंट होगा क्योंकि मई-जून में यहां क्रिकेट नहीं होता है, इसलिए पिचें काफी फ्रेश होंगी।
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