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    बिहार के मतदाताओं को साधने में जुटी दिल्ली भाजपा, छठ पूजा के बहाने भावनात्मक जुड़ाव बनाने का प्रयास

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 10:28 PM (IST)

    भाजपा दिल्ली में छठ पूजा के माध्यम से बिहार के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली सरकार और भाजपा नेता मिलकर इस आयोजन को भव्य बनाने में जुटे हैं, ताकि बिहार और बिहारी संस्कृति के प्रति अपना समर्थन दिखा सकें। वे पूर्वांचल के लोगों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं और पिछली आप सरकार द्वारा छठ पूजा पर लगाई गई रोक को हटाने का श्रेय ले रहे हैं।

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    दिल्ली सरकार से लेकर भाजपा नेता आयोजन में कर रहे सहयोग। आर्काइव

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के कारण इस बार दिल्ली में छठ पूजा का महत्व बढ़ गया है। भाजपा इस महापर्व के बहाने पूर्वांचल के लोगों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने के प्रयास कर रही है। इसकी झलक भी दिख रही है।

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    दिल्ली सरकार और भाजपा पिछले वर्षों की तुलना में छठ के आयोजन को भव्य बनाने में जुटी हुई है, ताकि वह बता सके कि उनके लिए बिहार, बिहारी और वहां की संस्कृति का कितना महत्व है। इसके लिए मुख्यमंत्री से लेकर सभी सांसद व भाजपा नेता तैयारी में व्यस्त हैं।

    पूर्वी दिल्ली सहित राजधानी के अन्य क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं। लोकसभा और उसके बाद विधानसभा चुनाव में उन क्षेत्रों में भाजपा को अच्छी बढ़त मिली थी, जहां पूर्वांचल के लोग रहते हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्व के वर्षों में छठ पूजा में होने वाली परेशानी को दूर करने का लाभ बिहार विधानसभा चुनाव में होगा।

    यहां रहने वाले पूर्वांचलियों के माध्यम से यह संदेश बिहार के उनके स्वजनों व रिश्तेदारों तक पहुंचेगी। इसे ध्यान में रखकर आयोजन की तैयारी के साथ ही पूर्व के वर्षों में होने वाली परेशानी को उठाकर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा जा रहा है।

    मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता व अन्य भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्व की आम आदमी पार्टी की सरकार ने वर्ष 2021 में यमुना में छठ पूजा पर रोक लगा दी थी। इसका उल्लंघन करने के आरोप में श्रद्धालुओं पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

    भाजपा सरकार ने सभी एफआइआर वापस लेने के साथ ही यमुना किनारे छठ पूजा करने पर लगी रोक हटा ली है। यमुना किनारे 17 स्थानों पर घाट बनाए जा रहे हैं। यमुना पार के सोनिया विहार में लगभग ढाई किलोमीटर लंबा घाट बन रहा है।

    शहर के अंदर छठ पूजा स्थलों में भी वृद्धि की जा रही है। पिछली बार 929 स्थानों पर अस्थायी घाट बनाए गए थे। इस बार लगभग 1500 घाट बनाए जा रहे हैं। इन सभी स्थानों पर दिल्ली सरकार द्वारा टेंट, स्वच्छता, जल, बिजली की व्यवस्था होगी।

    प्रत्येक जिले व उप जिले में एक माॅडल छठ घाट बनेगा। वहां स्वागत द्वार बनाकर श्रद्धालुओं पर पुष्पा वर्षा की जाएगी। 200 से अधिक स्थानों पर भोजपुरी व मैथिली भाषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

    भाजपा कार्यकर्ता भी छठ पूजा समितियों को हरसंभव सहयोग कर रहे हैं। मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, पार्षदों व प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं जिससे कि कोई कमी न रह जाए। प्रयास है कि बिहार के लोगों को लगे कि भाजपा उनके साथ खड़ी है।

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