बॉलीवुड एक्टर असरानी का निधन: दिल्ली की रामलीलाओं में कभी महर्षि नारद तो कभी जनक के मंत्री का निभा चुके थे किरदार
मशहूर हास्य अभिनेता असरानी, जिन्होंने दिल्ली की रामलीलाओं में अपने किरदारों से सबका दिल जीता, का निधन हो गया है। उनके निधन से कला जगत में शोक की लहर है। असरानी एक बहुमुखी कलाकार थे और उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों के बीच अपनी खास पहचान बनाई थी। दिल्ली की रामलीलाओं में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।

फोटो क्रेडिट : लवकुश रामलीला कमेटी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड में 300 से अधिक फिल्मों में अपनी अभिनय क्षमता से सबका दिल जीतने वाले अभिनेता असरानी का 84 वर्ष की आयु में दीपावली के दिन सोमवार शाम 4 बजे मुंबई में निधन हो गया। असरानी का दिल्ली में होने वाली विश्व प्रसिद्ध रामलीलाओं से बहुत गहरा नाता था। वह राजधानी की कई रामलीलाओं में अपने अभिनय का कौशल दिखाकर मंच पर किरदार को जीवंत कर चुके हैं। उनका नारद मुनि का निभाया गया किरदार दर्शकों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर देता था।
बता दें कि दिल्ली की रामलीलाओं में किरदार निभाते हुए असरानी कभी नारद मुनि बने तो कभी रावण के मंत्री। कभी वह साधु के भेष में दर्शकों को चौंकाते तो कभी अपनी अजब डॉयलॉग डिलीवरी से ठहाके लगाने पर मजबूर कर देते। दिल्ली की लवकुश रामलीला कमेटी के वे चहेते अभिनेता थे। यही कारण है कि बीते वर्ष राजा जनक के प्रमुख मंत्री के रूप में मंच पर दिखे थे।
इस बीच हास्य अभिनेता असरानी ने राजा जनक के दरबार में सीता स्वयंवर के अवसर पर अपने अनूठे हास्य अभिनय करते हुए राजाओं को आमंत्रित किया था। उनकी राजाओं को धनुष तोड़ने के लिए बुलाने वाली विचित्र शैली देखकर सभी ठहाके लगाने लगे थे। दर्शक अपनी हंसी तक नहीं रोक पा रहे थे।
यूं तो दिल्ली की लवकुश रामलीला कमेटी की ओर से भव्य रामलीला का हर वर्ष मंचन किया जाता है। इसमें कई जाने माने कलाकार मंच पर जुटते हैं। इसी के तहत अनुभवी बॉलीवुड कॉमेडियन और अभिनेता असरानी भी दिल्लीवालों का दिल जीतते हुए मंच पर किरदार निभा चुके हैं।
कोविड काल के बाद जब दिल्ली में पुन: रामलीला का आयोजन करने की बात की गई तो उस समय भी असरानी ने दिल्ली की रामलीला का हिस्सा बनकर उसे यादगार कर दिया था।
असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941 को जयपुर में हुआ था। इसके बाद उन्होंने जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल से पढ़ाई की थी और फिर राजस्थान कॉलेज से ग्रैजुएशन भी किया था। साल 1967 में फिल्म हरे कांच की चूड़ियां से असरानी ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था।
इसके बाद वो बॉलीवुड की की फिल्मों में नजर आए और अपनी कॉमिक टाईमिंग के लिए मशहूर हुए। लेकिन आज वो हमारे बीच नहीं रहे हैं और सभी लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
84 साल की उम्र में सद्गति को प्राप्त अभिनेता असरानी पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले पांच दिनों से वे अस्पताल में थे। बताया गया है कि उनके फेंफड़ों में समस्या थी। यही नहीं उन्होंने मरने से पहले दीपावली की सभी को शुभकामना भी दी थी।
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