यमुना सफाई के नाम पर बढ़ी दिल्ली सरकार की मुश्किलें, कांग्रेस ने एलजी से कर दी ये बड़ी मांग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर यमुना सफाई परियोजना में कथित घोटाले की जांच की मांग की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी यमुना की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। यादव ने आप और भाजपा सरकारों पर यमुना को साफ करने के वादे पूरे न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण और सीवेज प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।

देवेंद्र यादव ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर यमुना सफाई परियोजना में कथित घोटाले की जांच की मांग की है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर यमुना सफाई परियोजना में आप सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र की एक रिपोर्ट से पता चला है कि 2017 से 2022 के बीच यमुना की सफाई पर 6,856 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद, नदी की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी और भाजपा सरकार, दोनों ने यमुना की सफाई के बड़े-बड़े दावे किए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई खास काम नहीं हुआ है। यमुना हमारे लिए आस्था का प्रतीक है और भाजपा तथा आम आदमी पार्टी (आप) ने इसे साफ करने के बड़े-बड़े वादे किए, वोट बटोरे, लेकिन हर मोर्चे पर नाकाम रही हैं।
यादव ने कहा कि सीएसई ने यमुना की सफाई के प्रति सरकारों की असंवेदनशीलता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केवल पैसा खर्च करने से नदी में सुधार नहीं होगा; बल्कि प्रदूषण के स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए योजनाबद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए, सरकार को सीवेज उपचार संयंत्रों की क्षमता और गुणवत्ता में सुधार करना होगा, औद्योगिक कचरे का बेहतर प्रबंधन करना होगा और पेड़ लगाने सहित जन जागरूकता बढ़ानी होगी।

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