दिल्ली ब्लास्ट मामले में NIA ने आतंकी उमर के अहम सहयोगी को दबोचा, बनाई थी घटना की पूरी योजना
दिल्ली के लाल किला के पास हुए कार बम धमाके की जांच में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने आतंकी उमर के एक और सहयोगी जासिर बिलाल वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है। जासिर, जो दानिश के नाम से भी जाना जाता है, कश्मीर का निवासी है। एनआईए मामले की आगे जांच कर रही है।

एनआईए ने आतंकी उमर के अहम सहयोगी जासिर बिलाल को किया गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किला के पास हुए कार बम धमाके की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है। जांच एजेंसी ने आतंकवादी उमर के एक और महत्वपूर्ण सहयोगी को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध जासिर बिलाल वानी उर्फ दानिश कश्मीर का निवासी है और एनआईए की टीम ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से उसे गिरफ्तार किया।
जांचएजेंसी ने एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड निवासी वानी ने कथित तौर पर ड्रोन में बदलाव करके और घातक कार बम विस्फोट से पहले रॉकेट बनाने की कोशिश करके आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की थी। एजेंसी ने बताया कि दानिश नाम से भी जाने जाने वाले वानी को एनआईए की एक टीम ने श्रीनगर से गिरफ्तार किया है।
एनआईए के बयान में कहा गया है, "आरोपी वानी हमले के पीछे एक सहयोगी साजिशकर्ता था और उसने आतंकवादी उमर उन नबी के साथ मिलकर इस आतंकी नरसंहार की योजना बनाई थी।" एजेंसी दिल्ली में 10 नवंबर को हुए विस्फोट के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए कई कोणों से जांच कर रही है।
इसमें कहा गया है, "आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कई टीमें कई सुरागों की तलाश में जुटी हैं और आतंकी हमले में शामिल हर व्यक्ति की पहचान के लिए राज्यों में छापेमारी कर रही हैं।"
राजनीति विज्ञान में स्नातक वानी का उमर ने कई महीनों तक गहन ब्रेनवॉश किया ताकि वह आत्मघाती हमलावर बन सके। उसने पिछले साल अक्टूबर में कुलगाम की एक मस्जिद में 'डॉक्टर मॉड्यूल' से मिलने की बात मानी थी, जहां से उसे हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में किराए के मकान में ले जाया गया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)

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