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    Delhi Blast: दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, दो डॉक्टरों समेत तीन लोगों को किया डिटेन; चाय दुकानदार से भी पूछताछ

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 09:21 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने लाल किले के पास विस्फोट करने वाले ड्राइवर उमर नबी से जुड़े तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें हरियाणा के दो डॉक्टर शामिल हैं। पुलिस ने एक चाय विक्रेता से भी पूछताछ की, जहाँ उमर रुका था, और उस मस्जिद का दौरा किया जहाँ उसने नमाज़ पढ़ी थी। ये गिरफ्तारियां एनआईए के साथ संयुक्त छापेमारी में हुईं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या हिरासत में लिए गए लोगों की विस्फोट की साजिश में कोई भूमिका थी।

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    दिल्ली विस्फोट मामले में पुलिस ने तीन लोगों को किया डिटेन।

    पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के अल फलाह यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टरों समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। ये डॉक्टर लाल किले के पास विस्फोट करने वाली कार के चालक डॉ. उमर नबी को जानते थे। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की है, जिनमें एक चाय विक्रेता भी शामिल है जिसकी दुकान पर उमर कुछ देर के लिए रुका था। पुलिस ने उस मस्जिद का भी दौरा किया जहां उसने विस्फोट वाले दिन नमाज पढ़ी थी।

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    अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम द्वारा शुक्रवार रात हरियाणा के धौज, नूंह और आसपास के इलाकों में की गई संयुक्त छापेमारी के दौरान ये लोग हिरासत में लिए गए। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टरों मोहम्मद और मुस्तकीम को नूंह से हिरासत में लिया। ये दोनों कथित तौर पर डॉ. मुजम्मिल गनई के संपर्क में थे, जिन्हें एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल की व्यापक जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

    सूत्रों ने बताया कि ये दोनों डॉ. उमर नबी के करीबी दोस्त भी थे। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि हिरासत में लिए गए डॉक्टरों में से एक विस्फोट वाले दिन दिल्ली में था। उन्होंने बताया कि वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक साक्षात्कार देने के लिए राष्ट्रीय राजधानी आए थे। उन्होंने बताया कि मोहम्मद और मुस्तकीम से आगे की पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि डॉ. गनाले के साथ उनका कितना संबंध था और क्या इस व्यापक साजिश में उनकी कोई भूमिका थी।

    पुलिस ने वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र के एक ठेले वाले से भी पूछताछ की, जहां डॉ. उमर 10 से 15 मिनट के लिए रुके थे। उस व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उमर ने कुछ खाया-पिया नहीं, बल्कि जाने से पहले कुछ देर चाय की दुकान पर बैठे रहे। पूछताछ के बाद रिहा हुए चायवाले ने पत्रकारों को बताया, "पुलिस ने हमसे विस्फोट में शामिल व्यक्ति के बारे में पूछा। हम हर ग्राहक पर ध्यान नहीं देते। वे जानना चाहते थे कि क्या वह यहां रुका था, चाय पी थी और इसी तरह की अन्य जानकारियां भी पूछी। मुझे बस इतना याद है कि उसने नकाब पहना हुआ था। सीसीटीवी फुटेज में वह दिखाई दिया था।"