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    Delhi Blast: आतंकी उमर के शव पर परिवार ने अबतक नहीं किया दावा, अंतिम संस्कार भी नहीं

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 11:16 PM (IST)

    दिल्ली के लालकिले के पास हुए कार विस्फोट में मारे गए आतंकी उमर नबी के शव पर एक माह बाद भी परिवार ने दावा नहीं किया है। डीएनए मिलान से पहचान होने के बा ...और पढ़ें

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    दिल्ली के लालकिले के पास 10 नवंबर को हुए भीषण कार विस्फोट को एक माह पूरा हो गया।

    अनूप कुमार सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली के लालकिले के पास 10 नवंबर को हुए भीषण कार विस्फोट को एक माह पूरा हो गया, लेकिन विस्फोट में मारे गए मुख्य आरोपित आतंकी डा. उमर नबी के शव पर अब तक किसी परिजन ने दावा नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों द्वारा डीएनए मिलान से उसकी पहचान की आधिकारिक रूप से पुष्टि किए जाने के बाद भी परिजनों के उसके शव पर दावा न करने से अब तक उसका अंतिम संस्कार भी नहीं हो पाया है।

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    शव के अवशेष अभी भी अस्पताल की शवग्रह में सुरक्षित रखे गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी इस बात पर नजर रख रही हैं कि उमर के परिवार द्वारा शव न लेने के पीछे क्या कारण हैं और आगे इस संबंध में क्या कदम उठाए जाने चाहिए। एनआइए इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

    तीन अंग मिले थे, हाथ सहित शरीर के टुकड़ों की फारेंसिक से पहचान

    विस्फोट के तुरंत बाद जांच दल ने घटनास्थल से मानव शरीर के तीन हिस्से बरामद किए थे। एक हाथ और शरीर के दो अन्य टुकड़े। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि कार और शरीर के बड़े हिस्से क्षत-विक्षित हो गए थे। मिले अवशेष फोरेंसिक विशेषज्ञों ने डीएनए परीक्षण के लिए भेजे थे। पैर और दांत की डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि हुई कि यह अवशेष उसी उमर नबी के हैं, जो लाल किले के पास विस्फोट के दौरान कार चला रहा था और उस विस्फोट में मारा गया।

    मां और भाइयों के डीएनए से मिली थी पुष्टि

    दिल्ली पुलिस और एनआइए की संयुक्त जांच में उमर की मां और भाइयों के डीएनए नमूने लिए गए थे। इन नमूनों का मिलान घटनास्थल से मिले अवशेषों से किया गया। डीएनए परिणाम पूरी तरह मेल खाने के बाद एजेंसियों ने आधिकारिक रूप से घोषित किया था कि विस्फोट में मारा गया व्यक्ति उमर नबी ही है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार इसके बाद भी उसके परिवार ने समाचार लिखे जाने तक शव लेने या अंतिम संस्कार कराने की कोई पहल नहीं की।