दिल्ली में अंतरराज्यीय साइबर ठगी का खुलासा, म्यूल बैंक खातों के जरिए धोखाधड़ी करने वाले दो छात्र जालसाज गिरफ्तार
दिल्ली में अंतरराज्यीय साइबर ठगी का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने म्यूल बैंक खातों के माध्यम से ठगी करने वाले दो छात्र जालसाजों को गिरफ्तार किया है। ये जा ...और पढ़ें
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सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजेन्द्र नगर थाना पुलिस की टीम ने एक अंतरराज्यीय साइबर ठगी से जुड़े म्यूल बैंक खाते (आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने वाले बैंक अकाउंट) का भंडाफोड़ करते हुए दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार जालसाजों की पहचान रंजीत नगर के मिशु सचदेवा और वेस्ट पटेल नगर के प्रांशु के रूप में हुई है। मिशू सचदेवा मणिपाल यूनिवर्सिटी से बीबीए कर रहा है, जबकि प्रांशु एमिटी यूनिवर्सिटी से बीसीए कर रहा है। उनके तीन बैंक खातों से 1.8 लाख की ठगी की राशि ट्रैस की गई है। आरोपितों ने पांच बैंक अकाउंट खुलवाए थे।
मध्य जिले के उपायुक्त के मुताबिक, साइबर अपराध पर अंकुश लगाने हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान, साइबर थाना के माध्यम से एनसीआरपी पोर्टल से संदिग्ध म्यूल बैंक खातों का डिटेल राजेंद्र नगर पुलिस को दिया गया। सत्यापन के दौरान उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक लिमिटेड के एक खाते में 19 नवंबर को 50 हजार की धोखाधड़ी से संबंधित राशि जमा पाई गई।
फर्जी अंतरराष्ट्रीय कस्टम अधिकारी बनकर की गई कॉल
यह राशि बेंगलुरु के शिकायतकर्ता के साथ हुई कुल 3.50 लाख की साइबर ठगी का हिस्सा थी, जिसमें फर्जी अंतरराष्ट्रीय कस्टम अधिकारी बनकर काल की गई थी। तब मामले को सुलझाने के लिए इंस्पेक्टर सनी कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई और मिशू सचदेवा को रंजीत नगर से उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में उसने बताया कि उसने वह बैंक खाता 15 से 20 दिन पहले खुलवा कर अपने मित्र प्रांशु के माध्यम से राहुल उर्फ हैप्पी को पैसों के बदले इस्तेमाल करने के लिए सौंपा था। उसने अपने नाम पर पांच अलग-अलग बैंकों में खाते और पांच सिम कार्ड निकलवाए थे। हर एक खाते के लिए राहुल ने उसे पांच हजार रुपए दिए थे।
फिलहाल पुलिस म्यूल खातों के मुख्य लाभार्थी राहुल उर्फ हैप्पी की गिरफ्तारी तथा इन खातों से जुड़े अन्य पीड़ितों की पहचान का प्रयास जारी हैं।

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