DTC फ्लीट घटने पर दिल्ली सरकार की नई रणनीति, अब बड़ी बसों के रूटों पर भी दौड़ेंगी 'देवी' बसें
दिल्ली सरकार ने DTC फ्लीट में बसों की कमी को देखते हुए नई रणनीति अपनाई है। अब 'देवी' बसों को भी उन रूटों पर चलाया जाएगा, जहाँ पहले बड़ी बसें चलती थीं। इसका उद्देश्य यात्रियों को सुगम परिवहन सेवा प्रदान करना है, ताकि उन्हें बसों की कमी महसूस न हो और वे आसानी से यात्रा कर सकें।

बड़ी बसों के रूट पर देवी बसें चलाने पर विचार कर रही दिल्ली सरकार।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। बसों की कमी से यात्रियों को हो रही परेशानी को देखते हुए दिल्ली सरकार 12 मीटर वाली यानी बड़ी बसों के रूट पर देवी (दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरकनेक्टर) यानी छोटी बसें चला सकती है। सरकार इस बारे में गंभीरता से विचार कर रही है। माना जा रहा है कि 50 प्रतिशत देवी बसें बड़ी बसों के रूट पर चलाई जा सकती हैं।
यहां बता दें कि बसों के रूट पुनः निर्धारित करने के बाद से यमुनापार में लगातार यात्रियों की ओर से बसों की अनुपलब्धता को लेकर शिकायतें बढ़ रही हैं। दरअसल नए रूटों को लेकर प्रचार की कमी और लगातार सड़कों से हट रही सीएनजी बसों के चलते बसों की समस्या बढ़ रही है। इसे दूर करने के लिए सरकार नए-नए प्रयोग करने पर विचार कर रही है, जिसके तहत इस विचार पर भी चर्चा की जा रही है।
पायलट प्रोजेक्ट पूरा
डीटीसी के अनुसार, उसने पूर्वी दिल्ली में बसों के रूट को पुन:निर्धारण करने का पायलट प्रोजेक्ट पूरा कर लिया है, जिसके तहत इस साल के आखिर तक इस जोन से 692 सीएनजी बसें धीरे-धीरे सड़कों से हट जाएंगी। यह रैशनलाइज़ेशन पश्चिमी जोन और उत्तरी जोन में भी किया जाएगा और 12 मीटर वाली बस रूट में से कोई भी बंद नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फ्लीट की उपलब्धता कम होने पर भी हर रूट पर कम से कम एक बस चलाई जाएगी। अधिकारी ने कहा कि अभी तक जिन 121 रूटों का अध्ययन किया गया, उनमें से 100 ऐसे थे जहां डीटीसी सिर्फ़ चलती थी, जबकि 12 पर क्लस्टर बसें चलती थीं।
नौ रूट ऐसे थे, जिन पर डीटीसी और क्लस्टर दोनों बसें चलती थीं। वर्तमान में कुल सीएनजी बसें 2442 उपलब्ध हैं। इसमें 692 डीटीसी और 1750 क्लस्टर सेवा की बसें हैं।

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