दिल्ली MCD उपचुनाव की 12 सीटों के लिए नामांकन दाखिल, क्या AAP में फूट से इन सीटों पर BJP को होगा फायदा?
दिल्ली नगर निगम के 12 सीटों पर उपचुनाव के लिए 133 नामांकन दाखिल हुए। आप विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने अपने पिता शोएब इकबाल को अलग उम्मीदवार के तौर पर समर्थन दिया, जिससे पार्टी में बगावत हो गई। सबसे ज़्यादा नामांकन नारायणा और शालीमार बाग वार्डों में हुए। मतदान 30 नवंबर को होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इस चुनाव में 6.83 लाख मतदाता हिस्सा लेंगे।

दिल्ली नगर निगम के 12 सीटों पर उपचुनाव के लिए 133 नामांकन दाखिल हुए।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की 12 सीटों पर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई है। अंतिम दिन दिल्ली राज्य चुनाव आयोग को 132 नामांकन पत्र प्राप्त हुए, जबकि एक नामांकन पत्र पहले ही प्राप्त हो चुका था। 133 नामांकन पत्रों में से 59 पुरुष और 74 महिला उम्मीदवारों ने दाखिल किए।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग से भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में रोड शो भी किया। इसी तरह, दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा और अन्य मंत्री भी भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन अभियान में शामिल हुए।
गौरतलब है कि आप के 12 उम्मीदवारों के अलावा, मटिया महल से विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने अपने पिता शोएब इकबाल के अलग उम्मीदवार उतारने के फैसले का समर्थन किया है। इससे आप के भीतर बगावत छिड़ गई है।
शोएब इकबाल इस सीट से सात बार विधायक रह चुके हैं और अब उनके बेटे विधायक हैं। इस सीट पर उनकी मजबूत पकड़ ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। शोएब ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से मोहम्मद इमरान को उम्मीदवार बनाया है।
दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, सबसे ज़्यादा नामांकन नारायणा और शालीमार बाग वार्डों में प्राप्त हुए। आयोग को 15-15 नामांकन, अशोक विहार और चांदनी चौक में 14-14 नामांकन प्राप्त हुए। विनोद नगर, चांदनी महल और संगम विहार वार्डों में 13-13 नामांकन प्राप्त हुए। ग्रेटर कैलाश में 10, ढिचाउ कलां में आठ और मुंडका व द्वारका बी दक्षिणपुरी में छह-छह नामांकन प्राप्त हुए।
मतपत्रों की जाँच अब 12 नवंबर तक जारी रहेगी। 15 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। इन सीटों के लिए मतदान 30 नवंबर को होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इस चुनाव में 6.83 लाख मतदाता हिस्सा लेंगे और 580 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा।
गौरतलब है कि एमसीडी के आम चुनाव दिसंबर 2022 में हुए थे। 250 सीटों में से आप ने 135, भाजपा ने 104, कांग्रेस ने आठ और तीन निर्दलीय सीटों पर जीत हासिल की। आप में फूट के कारण, पिछले साल 13 आप पार्षदों ने नई इंद्रप्रस्थ पार्टी बना ली, जिससे आप अल्पमत में आ गई।
भाजपा ने अप्रैल 2025 में महापौर का चुनाव जीता। पार्षदों के विधायक बनने के कारण ग्यारह सीटें खाली हुईं, जबकि एक सीट एक पार्षद के सांसद बनने के कारण खाली हुई।
यह चुनाव सरकार बनाने या गिराने का नहीं है, लेकिन निस्संदेह, दिल्ली भर के इन 12 वार्डों के लोग भाजपा सरकार के "दिल्ली बदलो, दिल्ली बनाओ" के संकल्प को मज़बूत करने के लिए भाजपा को वोट देंगे। - वीरेंद्र सचदेवा, अध्यक्ष, दिल्ली भाजपा
भाजपा उम्मीदवारों की जनसेवा के प्रति लगन, कड़ी मेहनत और प्रदर्शन ने उन्हें जनता के बीच एक विशेष स्थान दिलाया है। उन्हें अपने वार्डों की जनता का पूरा आशीर्वाद और अपार प्रेम प्राप्त होगा।
भाजपा ने एक समर्पित और मेहनती कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाया है जो क्षेत्र के विकास, सेवा और सुशासन के लिए निरंतर कार्यरत रहेगा। हम सब मिलकर दिल्ली को विकास और समृद्धि की नई ऊँचाइयों पर ले जाएँगे। - रेखा गुप्ता, मुख्यमंत्री, दिल्ली
यह उपचुनाव केवल सीटों की लड़ाई नहीं है, बल्कि दिल्ली के विकास, स्वच्छता और जनसेवा के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का एक अवसर है। आप के सभी उम्मीदवार ईमानदारी, पारदर्शिता और जनहित की नीति पर चलते हुए दिल्ली को बेहतर, सुंदर और अधिक जवाबदेह बनाने की प्रतिबद्धता के साथ मैदान में हैं।
-अंकुश नारंग, आप पार्षद और विपक्ष के नेता, एमसीडी

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