Delhi Crime: बहन को भेजता था गंदे मैसेज, रेलवे ट्रैक पर ले जाकर पहले पिलाई शराब, फिर रेत डाला गला
पश्चिमी दिल्ली में रेलवे लाइन के पास मिले शव की गुत्थी सुलझ गई है। अंगद नामक व्यक्ति की हत्या बदले की भावना से की गई थी। उसने एक लड़की को परेशान किया था, जिसके बाद लड़की के परिवार ने उसे सबक सिखाने की योजना बनाई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है।
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कीर्तिनगर थाना क्षेत्र में 17 नवंबर को रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में मिले खून से लथपथ शव से जुड़े मामले को सुलझा लिया है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। कीर्तिनगर थाना क्षेत्र में 17 नवंबर को रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में मिले खून से लथपथ शव से जुड़े मामले को सुलझा लिया है। तब शव के गले पर काटे जाने का निशान नजर आने के बाद इसे हत्या का मामला बताया गया था, लेकिन अब जब आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तो इस पूरे मामले का पटाक्षेप हो चुका है।
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त दरादे शरद भास्कर के अनुसार यह वारदात बदला लेने के इरादे से किया गया है। मामले की छानबीन जारी है।
पेपर कटर से रेता गया गला
शव की पहचान अंगद के रूप में करने के बाद पुलिस ने इस मामले की छानबीन को आगे बढ़ाया। कोई चश्मदीद गवाह नहीं था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी निगरानी से छिपी बातें सामने आने लगीं। छानबीन के दौरान पता चला कि अंगद को आखिरी बार सत्येंद्र के साथ देखा गया।
पुलिस ने सत्येंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हरीश चंद्रा का नाम पुलिस को बताया, उसे भी धर दबोचा गया। दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर हत्या में इस्तेमाल चाकू, मृतक का फोन और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए गए। पूछताछ में पता चला कि अंगद की हत्या पेपर कटर चाकू से गला रेतकर की गई थी।
बदला लेना था उद्देश्य
पुलिस को पता चला कि अंगद ने अपने दोस्त अमर की बहन को लगातार परेशान किया था। वह उसे आपत्तिजनक मैसेज भेजता था। कुछ अंतरंग वीडियो को लीक करने की धमकी देता था। वह लड़की को ब्लैकमेल कर रहा था। लड़की के परिवार ने कई बार अंगद को ऐसा नहीं करने को समझाया, मना किया, मगर अंगद नहीं माना। आखिरकार गुस्साए परिवार ने उसे सबक सिखाने का फैसला कर लिया।
पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित अमर 14 नवंबर को अपने गांव से दिल्ली आया और अपने मामा के लड़के सत्येंद्र चौधरी के पास रुका। 16 नवंबर की शाम दोनों अंगद को पहले उसके कमरे पर मिले, लेकिन वहां सीसीटीवी देखकर प्लान टाल दिया। तीसरी आंख से बचने के लिए आरोपित शराब पिलाने के बहाने अंगद को कीर्ति नगर रेलवे लाइन के पास ले गए। कहा गया कि यहां सुलह की जाएगी। इसके बाद अंगद को शराब पिलाया गया और मौका देखते ही गला रेत दिया।
हत्या के बाद दोनों फरार हो गए। साजिश में अमर के पिता हरीश चंद्रा भी लगातार संपर्क में थे। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपित हरीश चंद्रा अमर का पिता है जो कीर्ति नगर में मेटल फोर्जिंग फैक्ट्री में काम करता है। सत्येंद्र चौधरी हरीश चंद्रा का भांजा है, जो पेंटर का काम करता है। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित अमर अभी फरार है, उसकी तलाश तेज कर दी गई है।

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