त्योहार के मौसम में महिला पुलिसकर्मी बनी ड्रोन दीदी, आसमान से रख रही नजर; भीड़ नियंत्रण करने में मिल रही मदद
पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने त्योहारों के दौरान सुरक्षा बढ़ाने के लिए 'नेत्र-नारी-नेतृत्व' पहल शुरू की है। इसके तहत महिला पुलिसकर्मियों को ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। ये प्रशिक्षित महिलाएँ 'ड्रोन दीदी' के रूप में भीड़भाड़ वाले इलाकों में निगरानी कर रही हैं। इस पहल का उद्देश्य भीड़ नियंत्रण, संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और अप्रिय घटनाओं को रोकना है। ड्रोन से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस तत्काल कार्रवाई कर रही है।
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महिला पुलिसकर्मियों को ड्रोन दीदी की भूमिका में तैनात किया गया है।
गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली। त्योहारों के दौरान पश्चिमी ज़िले में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी तथा तकनीकी दृष्टि से सशक्त बनाने के उद्देश्य से पश्चिम जिला पुलिस द्वारा नेत्र– नारी- नेतृत्व पहल के अंतर्गत महिला पुलिसकर्मियों को ड्रोन संचालन की आधुनिक तकनीक में प्रशिक्षित किया गया है।
इन प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मियों को ड्रोन दीदी की भूमिका में तैनात किया गया है, जो तिलक नगर, राजौरी गार्डन, मोती नगर और कीर्ति नगर जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन के माध्यम से रियल-टाइम निगरानी कर रही हैं।
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त दराडे शरद भास्कर का कहना है कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य है, भीड़ नियंत्रण, संदिग्ध गतिविधियों की पहचान, यातायात व्यवस्था पर नज़र और किसी भी अप्रिय घटना की रोकथाम है। किसी भी प्रकार की संदिग्ध दृश्य यदि ड्रोन से प्राप्त होते है तो तुरंत उसे पुलिस नियंत्रण कक्ष तक पहुंचाया जाता है जिससे सम्बंधित पुलिस टीम को तुरंत सूचना देकर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
महिला पुलिसकर्मियों द्वारा ड्रोन के कुशल संचालन से न केवल सुरक्षा प्रबंधन में तकनीकी दक्षता आई है, बल्कि यह दिल्ली पुलिस में महिला सशक्तिकरण और नेतृत्व की सशक्त मिसाल है। “नेत्र नारी नेतृत्व” पहल यह दर्शाती है कि पुलिस व्यवस्था में महिलाएं न केवल सुरक्षा का अभिन्न हिस्सा हैं, बल्कि आधुनिक तकनीक के संचालन और निर्णय क्षमता में भी अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
जिले में चार महिला पुलिसकर्मियों को किया गया प्रशिक्षित
जिले में चार महिलापुलिसकर्मियों को ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। इन्हें दिल्ली पुलिस की टेक्निकल यूनिट ने प्रशिक्षित किया है। जिले को अभी दो ड्रोन मिले हैं। जरुरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन की मदद से निगरानी में काफी आसानी हो रही है। बाजार में कहां भीड़ अधिक है, कहां भीड़ बढ़ रही है, इसकी रियल टाइम सूचना मिलती है। इस सूचना के आधार पर तत्काल जहां जरुरत हो वहां पुलिसकर्मियों की डयूटी लगाई जाती है।
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