दिल्ली के द्वारका में हत्या की साजिश नाकाम, पुलिस ने काला जठेड़ी गैंग के दो बदमाशों को दबोचा
पश्चिमी दिल्ली में द्वारका पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। ये बदमाश काला जठेड़ी और ओम प्रकाश गैंग के सदस्य हैं। पूछताछ में पता चला कि तिहाड़ जेल में बंद ओम प्रकाश के निर्देश पर हत्या की योजना बनाई गई थी। पुलिस ने उनके कब्जे से हथियार भी बरामद किए हैं।
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जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली में द्वारका जिला पुलिस ने दुश्मनी की वजह से गांव के एक शख्स की हत्या को साजिश रचने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश गैंगस्टर काला जठेड़ी और ओम प्रकाश उर्फ काला गैंग का सदस्य है।
वहीं, पूछताछ में पता चला कि तिहाड़ जेल में बंद ओम प्रकाश के निर्देश पर वारदात को अंजाम देने वाला था। पुलिस ने इनके कब्जे से दो पिस्टल और दो कारतूस बरामद की है।
जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि बदमाशों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टरों से मिलने वाले की जानकारी हासिल कर रही थी। इस दौरान एएटीएस प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश कुमार की टीम को पता चला कि दो लोग लगातार मकोका मामले में तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर ओम प्रकाश उर्फ काला और उसके भाई अमित से मिल रहे हैं। पुलिस ने इनपर निगरानी बढ़ाई।
28 अक्तूबर को पुलिस को पता चला कि ओम प्रकाश गैंग का बदमाश इलाके में हथियार लेकर किसी वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहा है। पुलिस ने सूचना पर झड़ौदा गांव के पास से विनोद और ध्रुव को गिरफ्तार कर लिया। दोनों इसी गांव के रहने वाले हैं।
पूछताछ में विनोद और ध्रुव ने बताया कि उनका गांव के एक शख्स से विवाद चल रहा है। जिसकी हत्या करने के इरादे से वह घूम रहे थे। वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने तिहाड़ में बंद गैंगस्टर ओम प्रकाश से मिले थे। ओम प्रकाश काला जठेड़ी और सचिन उर्फ भांजा गैंग के लिए काम करता है।
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उन्होंने बताया कि वह ओम प्रकाश के भाई अमित के जरिए एक साल पहले गैंग से जुड़ा था। गैंग से जुड़ने के बाद उसने अमित के साथ मिलकर कई वारदातों को अंजाम दिया। जेल से रिहा होने के बाद अमित ने उसे हथियार खरीदने और अपने निशाने पर आए लोगों को खत्म करने का निर्देश दिया। लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि विनोद हाल ही में जेल से निकला था और उसपर शस्त्र अधिनियम के कई मामले दर्ज हैं। ध्रुव ओम प्रकाश के गैंग में शामिल होना चाहता था। वह लगातार तिहाड़ जेल में बंद उसके भाई अमित से मिलने जेल जाता था।

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