दिल्ली के इन इलाकों में पानी की हो सकती है किल्लत, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से हो रही कम जल की आपूर्ति
सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र से कम क्षमता में पेयजल मिलने के कारण दक्षिण और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। गंग नहर की सफाई के कारण यमुना से पानी लेने से उत्पादन में 35% की कमी आई है, क्योंकि यमुना के पानी में शैवाल और मलबा अधिक है। इससे कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित है।

सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से हो रही कम पानी की आपूर्ति।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) से कम क्षमता में पेयजल उपलब्ध हो रहा है। इससे दक्षिण और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई हिस्सों में जल आपूर्ति प्रभावित हो गई है। दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि सोनिया विहार डब्ल्यूटीपी से 140 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) पेयजल मिलता है। इसमें लगभग 35 प्रतिशत की कमी हो गई है।
सोनिया विहार डब्ल्यूटीपी को गंग नहर से गंगाजल मिलता है। गंग नहर वार्षिक सफाई व रखरखाव के लिए बंद है। इस कारण यमुना का पानी यहां लाकर शोधित किया जा रहा है। इसमें शैवाल व मलबा की मात्रा अधिक है। अधिकारियों का कहना है कि आमतौर पर कुछ समय तक पानी स्थित रहता है तो उसमें शैवाल उत्पन्न हो जाते हैं। इससे डब्ल्यूटीपी के फिल्टर अवरुद्ध हो जाते हैं।
इस डब्ल्यूटीपी से दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश, वसंत कुंज, महरौली और साउथ एक्सटेंशन सहित अन्य क्षेत्रों तथा उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर, करावल नगर, गोकुलपुरी, शास्त्री पार्क, ब्रह्मपुरी और गांधी नगर सहित अन्य स्थानों पर की पेयजल आपूर्ति की जाती है।
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