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    दीपावली में बाजार हुए गुलजार: देश में 5 लाख करोड़ और दिल्ली में 80 हजार करोड़ का हुआ कारोबार

    Updated: Mon, 20 Oct 2025 12:07 AM (IST)

    दीपावली के मौके पर देश के बाजार गुलजार रहे। पूरे देश में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जिसमें दिल्ली का योगदान 80 हजार करोड़ रुपये रहा। खुदरा और थोक व्यापारियों ने बिक्री में वृद्धि दर्ज की, जिससे अर्थव्यवस्था को बल मिला। दीपावली के त्योहार ने व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को खुशियां दीं।

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    दीवाली पर देश में 5 लाख करोड़ और दिल्ली में 80 हजार करोड़ का हुआ कारोबार

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इस दीपावली ने बाजारों को रोशन कर दिया। एक तो ग्रीन पटाखे बिकने की अनुमति मिली तो जीएसटी दरों में भारी कटौती तथा कंपनियों की छूट की पेशकश से दिल्ली के बाजारों में खूब रौनक रही। एक अनुमान के अनुसार, दिल्ली में कारोबार का आंकड़ा 70 से 80 हजार करोड़ रुपये का रहा है। देशभर में यह पांच लाख करोड़ रुपये के जादूई अंक को भी छू लिया। पिछले वर्ष दिल्ली में यह 50 हजार करोड़ तो देश में 3.5 से चार लाख करोड़ का था। जानकारों के अनुसार, सकारात्मक माहौल ने दीपावली में व्यापार को इस वर्ष 30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी दी।

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    कारोबारी संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री व चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि इस वर्ष रोशनी के पर्व को लेकर बाजारों में माहभर पूर्व से उत्साह का माहौल रहा।

    ऐसे में दीपावली पर देशभर में त्यौहारी बिक्री का आंकड़ा पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंचने का अनुमान है, जो अर्थव्यवस्था में पूंजी प्रवाह को तीव्र गति देगा, व्यापार को प्रोत्साहित करेगा और उपभोक्ता बाजार में नई ऊर्जा का संचार करेगा। जीएसटी के रूप में सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।

    उनके अनुसार, उत्तर भारत की प्रमुख कारोबारी राजधानी पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों समेत दिल्लीभर के खुदरा बाजारों में खूब रौनक और उत्साह देखने को मिला, जिसके चलते यहां भी 70 से 80 हजार करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है।

    कारोबारी संगठन चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के अनुसार, पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दिल्ली समेत देशभर में दीपावली के कारोबार में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।

    सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल के अनुसार, अच्छी बात यह रही कि इस दीपावली भारतीय उत्पादों की खरीद- बिक्री पर ज्यादा जोर रहा। भारतीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने में जीएसटी सुधार से बड़ा प्रोत्साहन मिला।

    दीपावली के त्यौहार में प्रमुख रूप से मिठाई, सूखे मेवे, फल, फूल, खाद्यान, परिधान, कपड़े, जूते, घड़ियां, उपभोक्ता वस्तुएं, दूध और दूध उत्पाद, इलेक्ट्राॅनिक उत्पाद, स्मार्ट फोन, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, कारें, दो पहिया वाहन, ज्वैलरी, सोना-चांदी–सिक्के, गिफ्ट आइटम, सजावटी सामग्री, पूजन सामग्री, मिट्टी के दीये और लाइटिंग उत्पाद, फर्निशिंग फैब्रिक्स प्रमुख रूप से शामिल हैं।

    इसके साथ ही सेवा क्षेत्र में भी दीपावली ने नई जान फूंक दी है। ट्रांसपोर्ट, पैकेजिंग, लाजिस्टिक्स, कैटरिंग, समारोह आयोजन, सौदर्य सज्जा, यात्रा, सेवा और मनोरंजन क्षेत्र को इस त्यौहार से बड़ा आर्थिक लाभ हुआ है।

    खंडेलवाल ने कहा कि यह त्यौहार केवल दीपों का नहीं बल्कि ‘स्वदेशी व्यापार’ के पुनर्जागरण का प्रतीक बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का व्यापार जगत अब पूरी तरह आत्मनिर्भर भारत के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।

    दिल्ली में बिके 500 करोड़ रुपये के पटाखे

    दिल्ली में व्यापार में इस बार पटाखों ने भी खूब योगदान दिया। सीटीआइ चेयरमैन बृजेश गोयल के अनुसार, दिल्ली में कई वर्ष बाद ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई, भले ही यह अनुमति देर से मिली तब भी पटाखा क्षेत्र में लगभग 500 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है।