DSGMC ने 328 पावन स्वरूप गायब होने पर FIR दर्ज होने का स्वागत किया, कहा - कटघरे में खड़ा है अकाली दल
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने 328 पावन स्वरूप गायब होने के मामले में एफआईआर दर्ज होने का स्वागत किया है। डीएसजीएमसी ने कहा कि इस ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
राज्य ब्यूरो, जागरण.नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (डीएसजीएमसी) ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 328 पावन स्वरूपों के गायब होने के मामले में पंजाब पुलिस द्वारा एफआइआर दर्ज किए जाने का स्वागत किया है।
डीएसजीएमसी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका और महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि संगत पिछले कई वर्षों से कार्रवाई की मांग कर रही थी। अब इस मामले में दोषियों को सजा मिलने की उम्मीद है।
FIR होने पर साधी चुप्पी
प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा, डीएसजीएमसी चुनाव में परमजीत सिंह सरना और हरविंदर सिंह सरना ने 328 स्वरूपों के लापता होने का मुद्दा उठाया था। अब पंजाब पुलिस द्वारा एफआइआर दर्ज करने पर उन्होंने चुपी साध ली है। इससे स्पष्ट है कि सरना बंधु केवल राजनीतिक लाभ के लिए चुनाव में यह मुद्दा उठा रहे थे।
अब वह शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) में शामिल हो गए हैं, इस कारण चुपी साधे हुए हैं। आज अकाली दल कटघरे में खड़ा है। सरना बंधुओं के पास इसका जवाब नहीं है।शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) इस मामले में कार्रवाई से बचती रही थी। अब एफआइआर दर्ज होने से संगत में विश्वास पैदा हुआ है।
यह मामला वर्ष 2016 में सामने आया था। उस समय एसजीपीसी के प्रकाशन विभाग के एक कर्मचारी की सेवानिवृत्ति के बाद रिकार्ड की जांच में बिना उचित प्रविष्टि के विभाग से पावन स्वरूप बाहर भेज दिए गए हैं। उसके बाद से इस मामले को लेकर जांच व कार्रवाई की मांग हो रही है।

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