इंडिया गेट के पास कीर्तन में हमले के मामले में नहीं दर्ज हुई FIR, पुलिस ने घायल की मेडिकल जांच का दिया हवाला
इंडिया गेट के पास कीर्तन में हमले के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने घायल व्यक्ति को मेडिकल जांच के लिए भेजा ह ...और पढ़ें
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रविवार देर शाम पंडारा रोड स्थित ए ब्लाक में राधा रानी के कीर्तन में उपद्रवियों ने किया था हमला। इस हमले में मधु मनोचा नामक महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं थी। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इंडिया गेट के नजदीक पंडारा रोड कालोनी में आयोजित राधा रानी के कीर्तन कार्यक्रम के दौरान रविवार देर शाम उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में शिकायत के बाद भी अभी तक पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है।
उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में एक बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल हो गई हैं, जिनका अभी भी उपचार जारी है। उनके अलावा भी दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए थे। मामले में पुलिस की जांच जारी है। सूत्रों के मुताबिक, दो श्रमिकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
स्वीकृति नहीं मिलने पर दर्ज नहीं की ग FIR
वहीं, पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार मेहला ने बताया कि पीड़ित महिला मधु मनोचा के परिजनों ने अभी तक एमएलसी कराने की स्वीकृति नहीं दी है, जिसके चलते एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। जबकि, स्थानीय निवासी व पीड़िता गार्गी बाला ने पुलिस को लिखित में शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं।
गार्गी बाला के घर के बाहर पंडाल में चल रहे राधा रानी कीर्तन पर ही रविवार रात्रि हमला हुआ था। अचानक बगल वाले मकान से ईंट, कांच के टुकड़े व अन्य सामान फेंका गया, जिससे रानी बाग की रहने वाली 68 वर्षीय मधु मनोचा के सिर पर गंभीर चोट आई।
इसके अलावा दो अन्य लोग भी घायल हो गए। आनन-फानन में बुजुर्ग मधु को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें फोर्टिस अस्पताल में रेफर कर दिया गया। गार्गी के भाई एसपी मैनी ने बताया कि उपद्रव करने वाले कुछ युवक पास ही घर में किराए पर रहते हैं और आसपास मजदूरी का काम करते हैं।
वारदात के बाद वह मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने घटनास्थल से पत्थर, टूटे गिलास और अन्य साक्ष्य बरामद कर लिए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और उपद्रव करने वालों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
बिना सत्यापन के रात में रुकते हैं श्रमिक
वहीं पंडारा रोड कालोनी के आरडब्ल्यू पदाधिकारी राजेन्द्र कपूर ने अति संवेदनशील कालोनी में इस तरह की घटना की निंदा करते हुए सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने मांग की कि बिना सत्यापन के सीपीडब्यूडी के ठेकेदारों के श्रमिक को रात में रुकने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।
सभी पंडारा रोड और आसपास की कालोनियों में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही सभी श्रमिकों के आधार कार्ड व पहचान पत्र की प्रति सेवा केंद्र में जमा कराना आवश्यक किया जाए।

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