पहले रिशेड्यूल, फिर कैंसिल कर देते हैं फ्लाइट; Delhi एयरपोर्ट पर IndiGo यात्रियों का दुख नहीं हो रहा कम
दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से यात्री परेशान हैं। तिरुचिरापल्ली से दिल्ली आए यात्री पांच दिनों से उड़ान रद होने से परेशान हैं, जिसस ...और पढ़ें

गौतम कुमार मिश्रा, नई दिल्ली। डीजीसीए की तमाम कोशिशों के बाद भी इंडिगो के यात्रियों की परेशानी जारी है। आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर आपको इंडिगो से निराश कई यात्री आसानी से मिल जाएंगे। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली निवासी आरएस चंद्रमोहन एक शादी समारोह में हिस्सा लेने अपने परिवार के साथ नई दिल्ली आए थे।
तीन दिसंबर को इनकी चेन्नई की उड़ान थी, जो रद हो गई। इसके बाद लगातार चार, पांच, छह, सात दिसंबर की उडान लगातार रिशेडयूल होने के बाद रद होती रही। सात तारीख की उड़ान रद होने के बाद सोमवार के लिए रिशेड्यूल थी, लेकिन बदकिस्मती देखिए, रविवार को एक बार फिर इनकी उड़ान रद हो गई।
चंद्रमोहन बताते हैं कि सात दिसंबर को तिरुचिरापल्ली में इनका ऑपरेशन निर्धारित था, जो नहीं हुआ। कई बीमारियों से ग्रस्त हैं, अब क्या करें, समझ में नहीं आ रहा है। आरएस चंद्रमोहन जैसे अनेक यात्री आईजीआई एयरपोर्ट पर अपनी अपनी उड़ानों के इंतजार में हैं।
यह सच है कि आईजीआई एयरपोर्ट से इंडिगो की संचालित हो रहीं उड़ानों की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन इसे पर्याप्त अभी भी नहीं कहा जा सकता है। उड़ानों के रद होने का सिलसिला जारी है।
पुराने यात्री, जिनकी उड़ानें मूल रूप से तीन, चार या पांच दिसंबर को रद हुई और बाद में उन्हें रिशेड्यूल कर आगे की तिथि दी गई, वे अभी भी दिल्ली में फंसे हुए हैं। यह तो पुराने यात्रियों के साथ होने वाली परेशानी है, जो नए यात्री हैं, जिनकी उड़ानें सोमवार को थी, उन्हें भी रद उड़ानों की भेंट चढ़कर परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
इस परेशानी को समझने के लिए धर्मशाला से नई दिल्ली- गुवाहाटी की उड़ान के लिए निकले तीर्थयात्रियों के जत्थे के दर्द को समझिए। तीर्थयात्रियों का यह जत्था रविवार को दलाई लामा के दर्शन के बाद धर्मशाला से नई दिल्ली के लिए निकला और समय से नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गया। सोमवार को सात बजे शाम की इनकी उड़ान थी, लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने पर पता चला कि उड़ान रद हो गई।
अब जाएं तो जाएं कहां। जत्थे में कुल 19 लोग हैं। नई दिल्ली की इन्हें बहुत अधिक जानकारी नहीं है। रिशेड्यूल करके इन्हें नौ दिसंबर की उड़ान दी गई है। वह भी गुवाहाटी की नहीं बल्कि सिलिगुड़ी की। लेकिन इनके मन में संशय है कि नौ तारीख को भी उड़ान प्रस्थान करेगी या नहीं। इनलोगों ने बताया कि होटल में बात की तो वहां का किराया महंगा है। हमलोगों ने तय किया कि एयरपोर्ट के फोरकोर्ट एरिया में ही रात बिताएंगे।
एक और यात्री की व्यथा समझिए। किशोरी लाल ने 15 नवंबर को दिल्ली से अगरतल्ला की टिकट ली। इन्हें इंडिगो पर पूरा भरोसा था। आठ हजार में टिकट बुक की। लेकिन सोमवार को जब वे एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला कि उड़ान रद है। अब कैसे जाएं। जाना जरूरी है। किशोरी लाल ने नौ नवंबर की टिकट ली।
पूरे 15 हजार रुपये दिए। किशोरी बताते हैं कि यह जो खर्च है, उसकी भरपाई अब अपने खर्च में कटौती करके करुंगा। मैं रात को होटल में रुकता, लेकिन अब फोरकोर्ट में सोकर पैसे बचाऊंगा। लगेज के साथ बाहर जाऊंगा तो कहां क्या होगा, नहीं पता, यह कम से कम सुरक्षित तो महसूस करता हूं।
इंडिगो के काउंटर पर सवालों की बौछार
टर्मिनल-1 के टिकट काउंटर हाल में तमाम एयरलाइंस के काउंटर हैं, लेकिन सबसे अधिक भीड़ इंडिगो के परेशान यात्रियों की है। यहां आपको थके हारे यात्री नजर आएंगे। किसी की कनेक्टिंग फ्लाइट रद हो गई, किसी को रिशेड्यूलमेंट के बाद जो तिथि दी गई थी, वह भी रद हो गया।
कोई ऐसा है जो यहां इस बात की गारंटी लेने आया है कि उसकी यात्रा तय तिथि को हर हाल में होगी। पूछने वालों में कई ऐसे भी हैं, जिन्हें अपनी अपनी उड़ानों के रद होने का डर अभी से सता रहा है, और ये काउंटर पर यदि रद होता है तो क्या होगा, क्या विकल्प मिलेंगे, क्या सुविधा मिलेगी, इससे जुड़ी जानकारी जुटाने आए हैं।

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