दिल्ली के इस मुख्य बाजार में लगे कूड़े के ढेर, बीमारी का खतरा बढ़ा और दुकानदार भी परेशान
दिवाली के समय, किराड़ी के मुख्य बाजार में कूड़े के ढेर लगे हैं, जिससे ग्राहकों को परेशानी हो रही है। नियमित सफाई न होने से सड़कों पर कचरा जमा है, जिससे बदबू और बीमारी का खतरा बढ़ गया है। दुकानदारों और राहगीरों को भारी दिक्कत हो रही है, और ग्राहक गंदगी के कारण दुकानों में नहीं आ रहे हैं।
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संवाद सहयोगी, बाहरी दिल्ली। जहां एक ओर दिवाली को लेकर लोगों ने बाजारों में खरीदारी शुरू कर दी है, तो वहीं, दूसरी तरफ किराड़ी स्थित मुबारकपुर रोड स्थित मुख्य बाजार में जगह-जगह कूड़े-कचरे का ढ़ेर लगा हुआ है। बदबू और गंदगी के बीच ग्राहकों को यहां काफी परेशानी हो रही है।
नाले से निकाला गया कचरा सड़कों पर पड़ा होने की वजह से दुकानदारों के साथ आने-जाने वाले भारी परेशानी हो रही है। दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं कर रहे हैं, कई बार आते भी हैं, तो सफाई के करने के बाद सड़कों पर ही कूड़ा छोड़ जाते हैं।
वहीं, दुकानोें के आगे व सड़क किनारे पांच से छह दिनों तक कूड़ा-कचरा पड़ा रहता है। मच्छरों के पनपने से बीमारी का खतरा सता रहा है। वहीं सड़क पर पड़े कूड़े से उठती दुर्गंध लोगों के लिए आफत बनी हुई है। 70 फुटा रोड के पास नाले से निकाला गया कचरे के कई ढेर लगे हुए हैं। जबकि मुबारक रोड पर स्थित भी विशाल मेगा मार्ट के सामने कूड़े की वजह उठती बदबू की वजह से लोगों का सड़क से गुजरना तक मुश्किल हो चुका है।
इसके अलावा बनिया की दुकान के सामने नाले से निकालकर कूड़ा सड़क किनारे डाल दिया गया। नीति विहार के अग्रवाल स्वीट के पास भी कचरे का ढेर लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ। 70 फुटा से लेकर राशन दफ्तर चौक तक सड़क किनारे जगह-जगह कूड़े-कचरे का ढ़ेर लगा हुआ है।
किराड़ी के इस मुख्य बाजार में तकरीबन दो हजार छोटी-बड़ी दुकानें है। इन दुकानों में खरीदारी के लिए लोग आते है। लेकिन दुकानों के आगे पड़े कूड़े-कचरे म के ढेर की वजह से ग्राहक भी दुकानों में नहीं आना चाहते हैं। जिससे दुकानदारी पर भी असर पड़ रहा है।
क्या कहना है निगम पार्षदों का...
इस समस्या को लेकर निगम पार्षद रमेश प्रधान का कहना है कि नाले का कचरा गीला होता है। जिसके कारण तुरंत नहीं उठाया जा सकता। सूखने के बाद ही कचरा उठाया जा सकता है। जबकि निगम पार्षद नीलू सिंह ने बताया कि आवश्यकता अनुसार निगम कर्मचारी की नियुक्ति होती है।, जो सफाई करते है। लेकिन बाजार का कोई भी दुकानदार अपनी दुकान के आगे कूड़ेदान नहीं रखता। सारा कूड़ा दुकानों के आगे सड़क पर इकठ्ठा कर देते है। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी पड़ेगी।
मैं बाजार में दिवाली के लिए खरीदारी करने आई हूं। लेकिन दुकानों के सामने कूड़े-कचरे का ढेर पड़े होने की वजह से दुकान में कैसे जाएं। गंदगी के कारण बाजार में आने का मन नहीं करता है। - कुष्मालंजलि, ग्राहक
मैं देख रहा हूं कि चार से पांच दिनों से सड़क पर कूड़ा पड़ा है। सफाई कर्मचारी कई दिनों में आते हैं, तब तक दुकानों के आगे कूड़ा पड़ा रहता है और कोई भी यह कूड़ा उठाने वाला नहीं होता। - सुमेर सिंह, राहगीर
मैं आठ सालों अपनी कपड़ों की दुकान चला रहा हूं। यहां से सफाई कर्मचारी कूड़ा उठाने की जगह सड़क पर ही छोड़कर चले जाते हैं। दो हफ्तों से नाले से कचरा निकाल कर बाहर डाला हुआ है। - राहुल, दुकानदार
मैं लगभग आठ सालों से अपनी दुकान बैठ रहा हूं। सड़क पर प्रतिदिन कर्मचारी झाड़ू तो लगाता है। लेकिन कूड़ा वहीं छोड़ देते है। लगभग एक हफ्ते में कूड़ा उठाया जाता है। कूड़ा नाले में वापस आ जाता है। - पिंटू, दुकानदार
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