वीर बाल दिवस पर किरेन रिजिजू ने गुरुद्वारे में साहिबजादों के बलिदान को किया नमन, शौर्यगाथा सुन नम हुई आंखें
पूर्वी दिल्ली के यमुनापार में वीर बाल दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित हुए। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पांडव नगर गुरुद्वारे में साहिबजादों की प्रदर्शन ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। वीर बाल दिवस पर यमुनापार में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित हुए। वीरों के बलिदान को लोगों ने नमन किया। वीराें के बलिदान की कहानी को लोगों ने सुना। कहानी को सुनने वाले लोगों की आंखों में आंसू साफ नजर आ रहे थे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू पांडव नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में गए।
मंत्री ने गुरुद्वारे में साहिबजादों के जीवन पर लगी प्रदर्शनी को देखा। गतका का भी आनंद लिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हर एक भारतीय को जानना चाहिए कि कैसे वीर साहिबजादों का बलिदान हुआ। उनका बलिदान मानवता को समर्पित रहा। सिख कौम हमेशा मानवता के लिए काम करती है। वहीं सूरजमल विहार में ईस्ट एंड क्लब में दशमेश पब्लिक स्कूल ने बाल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया।
इसमें मुख्य रूप से यमुनापार विकास बोर्ड के चेयरमैन अरविंदर सिंह लवली, आरएसएस संघचालक डाॅ. इंद्रजीत सिंह रहे। अरविंदर सिंह लवली ने कहा है कि वीर साहिबजादों के अदम्स साहस और वीरता की अमर गाथा को इतिहास की पुस्तकों में महत्वपूर्ण स्थान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति पूरा देश कृतज्ञ है कि उन्होंने वीर साहिबजादों की शौर्यगाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए वीर बाल दिवस मनाने का आह्वान किया।
डाॅ. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरू गोबिंद सिंह के परिवार के बलिदान जैसा कोई उदाहरण पूरे विश्व में नहीं मिलता। दशमेश पब्लिक स्कूल के चेयरमैन बलबीर सिंह ने कहा कि साहिबजादों के बलिदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें दीवार में इसलिए चिनवाया गया कि उनका खून नहीं बहे, क्योंकि यह मान्यता थी कि जहां शहीदों का खून बहता है, वहां असंख्य क्रांतिकारी पैदा हो जाती है। इस मौके पर पार्षद पंकज लूथरा, मोनिका पंत, बीजेपी नेता सुशील तिवारी मौजूद रहे।
साहिबजादो का बलिदान धर्म, सच्चाई एवं साहस का प्रतीक
गांधी नगर स्थित डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वेटर वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मुख्य रूप से पूर्व महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल, आरएसएस के जिला कार्यवाहक लोकेश कुमार, संघ दिल्ली प्रांत के सह बौद्धिक प्रमुख सतीश शर्मा मौजूद रहे।
पूर्व महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह के साहस और सर्वोच्च बलिदान को याद करने के लिए मनाया जाता है। धर्म और सच्चाई के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। यह दिन उनके अदम्य साहस, धर्म के प्रति निष्ठा और विपरीत परिस्थितियों में भी सिद्धांतों पर अडिग रहने की प्रेरणा देता है।
इस मौके पर भाजपा महिला मोर्चा मंत्री कंचन शर्मा, विनय, आचार्य सुनील जैन, विद्यालय के प्रधानाचार्य लखीराम मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें- दिल्ली में नशे में धुत पति ने 20 रुपये न मिलने पर पत्नी की हत्या की, फिर रेलवे ट्रैक पर की खुदकुशी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।