दीपावली पर भी हड़ताल पर रहेंगे एमसीडी के डीबीसी कर्मचारी
एमसीडी कर्मचारियों की हड़ताल दीपावली पर भी जारी रहेगी। वे निगम मुख्यालय के बाहर दीपक जलाकर विरोध करेंगे। उनकी मांग है कि सभी कर्मचारियों को स्थायी किया जाए और समान वेतन दिया जाए। एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष देवानंद शर्मा ने अधिकारियों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। कर्मचारियों ने मांगें पूरी न होने पर काली दीपावली मनाने का निर्णय लिया है। हड़ताल से मच्छरजनित बीमारियों से बचाव का कार्य प्रभावित हो रहा है।
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एमसीडी कर्मचारियों की हड़ताल दीपावली पर भी जारी रहेगी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दीपावली पर भी एमसीडी के कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान कर्मचारी धरना स्थल पर निगम मुख्यालय के बाहर ही दीपक जलाएंगे। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है। ऐसे में इस बार वह जब तक हड़ताल पर रहेंगे तब तक की उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है।
चूंकि वह 29 सितंबर से हड़ताल पर हैं और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही एमसीडी के जन प्रतिनिधियों से मुलाकात भी हुई है। वहीं, इन कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए सदन में महापौर ने कमेटी तक बनाई है लेकिन फिर भी अभी तक समाधान तक बात नहीं पहुंची है।
एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष देवानंद शर्मा ने कहा कि निगम सदन के बाद कभी भी हमसे कोई बात नहीं की गई। साथ ही अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को भ्रमित अधिकारियों द्वारा ही किया जा रहा है। हमारा डाटा भी गलत भेजा रहा है। उन्होंने कहा हमारी मांगे पूरी करने के लिए जरुरी फंड को लेकर भी भ्रमित किया जा रहा है। जबकि कर्मचारियों को समान वेतन देने के लिए मात्र 40 करोड़ रुपये सालाना चाहिए। क्योंकि किसी कर्मचारी को 12000 तो किसी को 20000 का वेतन मिल रहा है।
जबकि कुछ कर्मचारियों को 27 हजार वेतन मिल रहा है। हमारी मांग स्पष्ट है कि हम सभी 5000 कर्मचारियों को पक्का किया जाए। जब तक पक्का किया जाता है तब तक हमें एक समान वेतन 27 हजार दिया जाए। वहीं, जिन कर्मचारियों का निधन हो गया है उन कर्मचारियों के परिवार में से किसी एक को करुणामूलक आधार पर नौकरी दी जाए।
शर्मा ने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हो रही है इसलिए हम धरना स्थल पर काली दीपावली मनाएंगे। साथ ही हमने तय कर रखा है जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि डीबीसी कर्मचारी काम घर-घर जाकर मच्छरजनित बीमारियों को लेकर जागरुक करना होता है। वहीं घर-घर जाकर मच्छरों की उत्पत्ति की जांच करते हैं। हड़ताल होने से यह कार्य लगातार प्रभावित हो रहा है।
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