STP से शोधित पानी जहरीला, DPCC की रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं लेता दिल्ली जल बोर्ड: आदेश गुप्ता
दिल्ली सरकार को बताना चाहिए कि वह दिल्लीवासियों को साफ पानी व साफ हवा उपलब्ध कराने में क्यों लापरवाही कर रही है? दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण के साथ दिल्ली में जल प्रदूषण रोकने में पूरी तरह से नाकाम है।

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह ]। भाजपा ने दिल्ली सरकार पर दूषित पानी की आपूर्ति करके लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। इस मुद्दे को लेकर पार्टी आंदोलन की तैयारी कर रही है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने कहा कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की जांच में 16 सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) से शोधित जल की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं है।
यह पानी यमुना में छोड़े जाने के साथ ही पेयजल आपूर्ति के लिए उपयोग में लाया जाता है। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि डीपीसीसी दिल्ली सरकार की इकाई है। इसकी टीम प्रत्येक माह सभी 26 एसटीपी से शोधित जल का सैंपल लेकर जांच करती है। डीपीसीसी की रिपोर्ट (DPCC Report) को दिल्ली जल बोर्ड गंभीरता से नहीं लेता है। समस्या हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। जहरीले पानी से भूमि भी जहरीली हो रही है।
दिल्ली सरकार को बताना चाहिए कि वह दिल्लीवासियों को साफ पानी व साफ हवा उपलब्ध कराने में क्यों लापरवाही कर रही है? दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी (Ramveer Singh Bidhuri) ने कहा कि दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण के साथ दिल्ली में जल प्रदूषण रोकने में पूरी तरह से नाकाम रही है।
पिछले सात वर्षो में सरकार ने एक भी नया एसटीपी नहीं बनाया है। दिल्ली जल बोर्ड 60 हजार करोड़ रुपये के घाटे में है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि दिल्ली के सभी एसटीपी का पानी पीने लायक होगा, लेकिन डीपीसीसी की रिपोर्ट से सच्चाई सामने आ गई है।
भाजपा मुख्यमंत्री आवास के बाहर इस मुद्दे पर प्रदर्शन करेगी। इसकी जांच कराने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा जाएगा। दिल्ली सरकार विधानसभा में दिल्लीवासियों से जुड़े मुद्दे पर चर्चा नहीं करती है। अभी तक मानसून सत्र नहीं बुलाया गया है।

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