कृत्रिम वर्षा परीक्षण मौसम के चलते स्थगित, आईआईटी कानपुर की तकनीक से तैयार एयरक्राफ्ट मेरठ में खड़ा
दिल्ली में कृत्रिम वर्षा का परीक्षण मौसम के कारण स्थगित कर दिया गया है। क्लाउड-सीडिंग विमान मेरठ में तैयार है। पर्यावरण मंत्री ने निरीक्षण किया। नमी और बारिश के कारण परीक्षण प्रभावित हो सकता है। शुष्क मौसम में ही परीक्षण होगा। आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर यह परियोजना दिल्ली में वायु प्रदूषण कम करने के लिए है। पहले यह परीक्षण जुलाई में होना था जिसे बाद में पुनर्निर्धारित किया गया।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मौसम को देखते हुए कृत्रिम वर्षा का प्रस्तावित परीक्षण स्थगित कर दिया गया है। परीक्षण के लिए क्लाउड-सीडिंग उपकरण से लैस एयर क्राफ्ट मेरठ में तैयार है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों और आईआईटी कानपुर की एक तकनीकी टीम के साथ सोमवार को इस एयर क्राफ्ट का निरीक्षण किया था।
शुष्क और स्थिर मौसम आवश्यक
इस सप्ताह कृत्रिम वर्षा के लिए परीक्षण प्रस्तावित था। पिछले दो दिन से हो रही वर्षा के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। अधिकारियों का कहना है कि नमी और वर्षा के कारण परिणाम प्रभावित हो सकते थे। सटीक परिणाम प्राप्त करने के लिए शुष्क और स्थिर मौसम आवश्यक है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा मौसम साफ होने की पुष्टि के बाद "किसी भी दिन" परीक्षण किया जा सकता है।
परीक्षण होना था 4 से 11 जुलाई के बीच
सिरसा का कहना है कि "हमारा उद्देश्य गंभीर वायु प्रदूषण से निपटने और सर्दियों के महीनों के दौरान शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कृत्रिम वर्षा की व्यवहार्यता का पता लगाना है।
इसके लिए आइआइटी कानपुर के सहयोग से कृत्रिम वर्षा परियोजना की तैयारी की जा रही है। इसके लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) सहित 23 विभागों द्वारा स्वीकृति ली गई है।
पहले यह परीक्षण 4 से 11 जुलाई के बीच होना था, लेकिन बाद में इसे पुनर्निर्धारित किया गया। मौसम विशेषज्ञों से परामर्श 30 अगस्त से 10 सितंबर तक की परीक्षण का प्रस्ताव दिया गया था। बाद में इसे बदलकर 7 से 9 अक्टूबर कर दिया गया था। उत्तर पश्चिमी दिल्ली में यह परीक्षण किया जाना है।
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