दिल्ली के मॉल में सीढ़ियों से फिसलकर गिरे ASI की मौत, हादसे से परिवार और पुलिस महकमे में दौड़ी शोक की लहर
दिल्ली के रानीबाग थाने में तैनात एएसआई विजय तिवारी की मॉल की सीढ़ियों से फिसलकर गिरने से मौत हो गई। बिहार के सीवान के रहने वाले विजय तिवारी 28 अगस्त को मॉल में हादसे का शिकार हुए थे। इलाज के दौरान अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके निधन से पुलिस महकमे और परिवार में शोक की लहर है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। रानीबाग स्थित चुनमुन मॉल की सीढ़ियों से उतरते समय पैर फिसलने से गिरे रानीबाग थाने में तैनात एएसआई विजय तिवारी के सिर में गंभीर चोट लगी। आनन-फानन में एएसआई को मधुबन चौक स्थित सरोज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
हादसे के बाद पीड़ित परिवार के साथ पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त सचिन शर्मा व रानीबाग थाना एसएचओ प्रभांशु झा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। इस दुख की घड़ी में हर पीड़ित परिवार को हर संभव साथ देने का भरोसा दिया।
परिवार में दो बेटे और एक बेटी
51 वर्षीय एएसआई विजय तिवारी दो बेटे और एक बेटी के साथ नजफगढ़ रोड स्थित नंगली डेरी के पास राणा एन्क्लेव में रहते थे। पत्नी की 10 वर्ष पहले मौत हो चुकी है। विजय मूलरूप से बिहार के जिला सीवान स्थित नौवाडीह गांव के रहने वाले थे।
वर्ष 1994 में दिल्ली पुलिस में बर्ती हुए थे। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त सचिन शर्मा ने बताया कि विजय तिवारी 28 अगस्त को रानी बाग स्थित चुनमुन मॉल में किसी काम से गए थे। जहां मॉल की सीढ़ियों से उतरते समय अचानक फिसलकर गिर गए।
इस हादसे में उनके सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उनके कान से खून निकलने लगा। इसकी जानकारी मिलते ही उन्हें तुरंत मधुबन चौक स्थित सरोज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा था। एक सितंबर को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
दो सितंबर को शव के पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पुत्र अभय कुमार तिवारी को सौंप दिया गया। इस हादसे के बाद से ही खासकर रानीबाग थाने में तैनात पुलिसकर्मियोें में गम का माहौल है।
एसएचओ ने यूं दी श्रद्धांजलि
एसएचओ प्रभांशु कुमार ने इस हादसे पर दुख जताते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि आज हमने भी अपने थाने के एक नायाब हीरे को खो दिया। एएसआइ विजय तिवारी बड़े ही सरल, सहज, कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे। आगे लिखा है, जाने वाले चले जाते हैं, कोई भूल जाता है, कुछ आंखे रोती हैं उन्हें याद करके, विनम्र विजय तिवारी को।
पूरा थाना परिवार को आपकी कमी सदा खलती रहेगी, विनम्र स्वभाव, किसी को पलटकर जवाब नहीं देना, हाथ जोड़ना, मुस्कुराना, मानवता में विश्वास, जीव-जंतुओं का ख्याल रखने के साथ ही उन्हें दाना, पानी देना उनकी महानता थी।
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