दिल्ली में इस जगह ट्रैफिक जाम से निपटने के प्रयास जारी, 12 साल में भी क्यों नहीं निकला समाधान?
चंदगी राम अखाड़ा लाल बत्ती पर जाम की समस्या से निपटने के लिए 12 वर्षों से प्रयास जारी हैं लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं मिला है। फ्लाईओवर योजनाएं अटकी हैं और यू-टर्न प्रयास विफल रहे हैं। अब फिर से फ्लाईओवर और यू-टर्न योजनाओं पर विचार किया जा रहा है साथ ही बसों का दबाव कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नए मार्ग प्रस्तावित किए हैं।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। 12 साल की कोशिशों के बाद भी चंदगी राम अखाड़ा लाल बत्ती पर जाम से निजात पाने का कोई हल नहीं निकल पाया है। इस दौरान दो सरकारें बदल गईं, लेकिन समस्या को लेकर हालात नहीं बदले। कई बार तो यहां का जाम कश्मीरी गेट बस अड्डे तक पहुंच जाता है। कामकाजी दिनों में तो सुबह-शाम घंटों यहां जाम से लोग परेशान रहते हैं।
जाम हटाने के अब तक के सारे प्रयास नाकाम रहे हैं। पहले यहां फ्लाईओवर बनाने की बात हुई, लेकिन वह बन नहीं सका। फिर करीब पांच साल पहले यहां बैक-टू-बैक यू-टर्न बनाकर जाम हटाने की कोशिश की गई। लेकिन वह योजना भी कामयाब नहीं हो सकी। अब एक बार फिर इस लाल बत्ती वाली जगह को जाम मुक्त बनाने की बात उठ रही है। क्या है समस्या और इसे दूर करने का क्या उपाय है, आइए एक नजर डालते हैं।
चंदगी राम टी-पॉइंट लाल बत्ती को मेटकाफ हाउस क्रॉसिंग के नाम से भी जाना जाता है। इस लाल बत्ती पर हर दिन सुबह और शाम के व्यस्त समय में वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। इससे पहले, ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए 12 साल पहले मेटकाफ हाउस क्रॉसिंग पर फ्लाईओवर बनाने की योजना थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
अब भाजपा सरकार ने यहां फ्लाईओवर बनाने का ऐलान किया है। इसके तहत लाल बत्ती पर 183 करोड़ रुपये की लागत से छह लेन का फ्लाईओवर बनाया जाएगा, जो 680 मीटर लंबा होगा। लेकिन इस जगह से रैपिड रेल की एक भूमिगत लाइन प्रस्तावित है, इसलिए फ्लाईओवर का डिज़ाइन रैपिड रेल के अलाइनमेंट को मंजूरी मिलने के बाद ही बनाया जा सकता है। ऐसे में फ्लाईओवर के डिज़ाइन में देरी होने की पूरी संभावना है। ऐसे में जाम के समाधान के लिए एक बार फिर बैक टू बैक यू-टर्न योजना चर्चा में है।
रिंग रोड पर चंदगी राम अखाड़ा लाल बत्ती पर जाम क्यों लगता है?
- दिल्ली के उत्तरी क्षेत्र और उत्तर भारत के अन्य राज्यों से आने-जाने के लिए यह मुख्य मार्ग है।
- यह रिंग रोड का सबसे व्यस्त टी-पॉइंट है, जहाँ से प्रतिदिन दो लाख से ज़्यादा वाहन गुजरते हैं।
- यहां सुबह और शाम के समय भारी जाम लगता है, दिन के अन्य समय में भी कई बार जाम लगता है।
- मजनू का टीला से आते हुए, इस लाल बत्ती पर दाएँ मुड़कर दिल्ली विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास और उपराज्यपाल आवास आदि जा सकते हैं।
- वहीं, मुख्यमंत्री आवास से महाराणा प्रताप बस अड्डा की ओर जाने के लिए, रिंग रोड तक पहुँचने के लिए इस लाल बत्ती को पार करना पड़ता है।
जाम हटाने की क्या योजना है?
चंदगी राम अखाड़ा लाल बत्ती बंद कर दी जाएगी। इस लाल बत्ती पर एक के बाद एक दो यू-टर्न बनाए जाएँगे। मुख्यमंत्री आवास से महाराणा प्रताप बस अड्डा जाने के लिए, इस लाल बत्ती पर पहुँचने से पहले, बाएँ मुड़कर मजनू का टीला की ओर 100 मीटर आगे जाकर यू-टर्न लिया जाएगा।
इसी तरह, मजनू का टीला से मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने के लिए, लाल बत्ती पार करके 100 मीटर आगे जाकर स्वामीनारायण मंदिर के पास यू-टर्न लिया जा सकेगा।
इस रूट पर बसों का दबाव कम करने की पहली योजना
पांच साल पहले, इस लाल बत्ती पर बैक-टू-बैक यू-टर्न योजना लागू की गई थी, लेकिन बसों के अत्यधिक दबाव के कारण यह योजना विफल हो गई थी। अब इस रूट पर बसों का दबाव कम करने के लिए, ट्रैफ़िक पुलिस ने दो योजनाएँ बनाई हैं।
पहली योजना के तहत, आज़ादपुर से रिंग रोड पर विधानसभा होते हुए लुडलो कैसल स्कूल टी-पॉइंट रेड लाइट से बाएँ मुड़कर इस चंदगीराम रेड लाइट पर आने वाली बसों को रोका जाएगा। ये बसें लुडलो कैसल स्कूल टी-पॉइंट रेड लाइट पार करके सीधे शाम नाथ मार्ग से कश्मीरी गेट बस स्टेशन जाएँगी, वहाँ से यू-टर्न लेकर रिंग रोड पर पहुँचेंगी और 200 मीटर आगे यू-टर्न लेकर अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगी।
इस रूट पर बसों का दबाव कम करने की दूसरी योजना
इस रूट पर बसों का दबाव कम करने के लिए देहरादून एक्सप्रेसवे पर दूसरी योजना का इंतज़ार किया जा रहा है। इस योजना के तहत, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर आदि जाने वाली बसों या अन्य व्यावसायिक वाहनों को कश्मीरी गेट बस स्टेशन से जीटी रोड तक रिंग रोड पर 100 मीटर आगे जाकर यू-टर्न फ्लाईओवर से रास्ता दिया जाएगा जो शास्त्री पार्क तक जाएगा।
वहां से बसें और व्यावसायिक वाहन क्लोवरलीफ से देहरादून एक्सप्रेसवे पर चढ़ेंगे और पाँच किलोमीटर का सफ़र तय करने के बाद खजूरी चौक पर उतरेंगे और सिग्नेचर ब्रिज का इस्तेमाल करते हुए सीधे हरियाणा की ओर अपने गंतव्य की ओर निकल जाएँगे।
इस मार्ग पर जाम से निजात दिलाने की योजनाओं की बैठकों में शामिल रहे गुरु हनुमान सोसाइटी के अध्यक्ष अतुल रंजीत कुमार का कहना है कि बसों का दबाव कम होने से रिंग रोड पर वाहनों का दबाव काफी कम हो जाएगा। इससे जाम से राहत मिलेगी। उनके अनुसार, यही एकमात्र संभव उपाय हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।