पूर्व राजनयिक के भाषण पर विवाद, छात्र-छात्राओं ने डीयू की आर्ट फैकल्टी में प्रदर्शन कर की ये मांग
दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में एक व्याख्यान के दौरान पूर्व राजनयिक के भाषण पर विवाद हो गया है। छात्रों और शिक्षकों ने राजनयिक द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा पर आपत्ति जताई है और कॉलेज प्रशासन से स्पष्टीकरण की मांग की है। क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने प्रदर्शन करके अपना विरोध जताया है। विश्वविद्यालय प्रशासन से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज (एलएसएआर) में 11 सितंबर को बीए विभाग की ओर से कराए गए व्याख्यान में पूर्व राजनयिक के भाषण पर छात्र व शिक्षकों ने आपत्ति जताई है।
उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा कालेज से स्पष्टीकरण मांगे जाने की मांग रखी है। सोमवार को क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने आर्ट्स फैकल्टी पर प्रदर्शन कर कालेज के खिलाफ विरोध जताया।
कालेज में हुए आयोजन में जाने-माने पूर्व राजनयिक शामिल हुए थे। छात्रों का आरोप है कि उन्होंने छात्राओं के कालेज में गरिमा का पालन नहीं किया। खुलेआम अपशब्द इस्तेमाल किए। प्राचार्य को लेकर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
केवाईएस ने एक बयान में कहा, इस घटना की सबसे शर्मनाक बात सिर्फ राजनयिक के बयान नहीं, बल्कि यह भी है कि कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोग और कालेज प्रशासन स्वयं उन्हें प्रोत्साहित कर रहे थे। और तो और, आयोजकों ने असहमति जताने वालों को बाहर तक नहीं जाने दिया। आज तक न तो प्रशासन ने इस घटना की निंदा की है और न ही कोई माफी मांगी है।
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। डीयू कार्यकारी परिषद के सदस्य अमन कुमार ने कहा, ऐसा कृत्य निंदनीय है। विश्वविद्यालय को संज्ञान लेते हुए कालेज प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगना चाहिए। छात्राओं के कालेज में गरिमापूर्ण व्यवहार जरूरी है।
इस मामले में एलएसआर की कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. कनिका आहुजा से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
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