आईजीआई एयरपोर्ट पर अब कोहरे में लैंडिंग करने में पायलट को नहीं होगी परेशानी, अपग्रेड हुआ रनवे 10/28
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। रनवे 10/28 आज से शुरू हो रहा है जिससे उड़ानों की संख्या बढ़ेगी। इसके साथ ही टर्मिनल-2 को 26 अक्टूबर से फिर से खोला जाएगा जिसमें आधुनिक सुविधाएं होंगी। रनवे के अपग्रेड होने और टर्मिनल-2 के खुलने से कोहरे के कारण होने वाली उड़ानों में देरी कम होगी और यात्रियों को सुविधा मिलेगी।

गौतम कुमार मिश्रा, नई दिल्ली। विमान यात्रियों के लिए दो अच्छी खबरें हैं। पहली कि आज से रनवे 10/28 को विमानों की आवाजाही के लिए खोला जा रहा है।
दूसरी, कि आईजीआई एयरपोर्ट संचालन एजेंसी डायल ने घोषणा की है कि अप्रैल से बंद टर्मिनल-2 का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आगामी 26 अक्टूबर का उद्घाटन किया जाएगा। यानी दीवाली और सर्दी के मौसम से पहले हवाई यातायात काफी हद तक सुगम हो जाएगा।
रनवे 10/28 व टर्मिनल-2 के शुरू होने से सर्दी में कोहरे का मुकाबला आसान होगा, उड़ानों में बढ़ोतरी होगी। खास बात ये भी है उड़ानों में बढ़ोतरी होगी तो विमान किराए में कमी की भी पूरी संभावना है।
रोजाना 114 उड़ानों में कटौती हो जाएगी दूर
रनवे 10/28 के शुरू होने के साथ ही आइजीआइ पर सभी चारों रनवे पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रनवे 10/28 के बंद होने के कारण तीन महीने के लिए रोजाना 114 उड़ानों को जो स्थगित किया गया था, वो अब नियमित उड़ान भर सकेंगी।
यानी अब उड़ानों की कमी दूर हो जाएगी, जिसका फायदा सीधा यात्रियों को होगा। वह भी ऐसे समय में जब त्योहार शुरू हो रहे हैं।
तकनीकी अपग्रेडेशन के बाद कोहरे से अब होगा दो-दो हाथ
पिछले कई वर्षों से सर्दियों में कोहरे के असर से आइजीआइ एयरपोर्ट पर उड़ानों की समय सारिणी पूरी तरह बिगड़ी रहती है। इसे आप ऐसे समझें कि व्यस्त समय में कोहरे का असर यदि एयरपोर्ट पर एक घंटा भी रहे, तो एयर ट्रैफिक को सामान्य होने में तीन से छह घंटे का समय लग जाता है।
यदि कोहरा पूरा दिन रहे तो इसका असर कई दिन तक रहता है। सभी रनवे पर कोहरे से मुकाबले के लिए जरूरी आइएलएस यानी इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम हो तो इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।
अभी समस्या यह थी कि रनवे 10/28 पर लगा सिस्टम अब कारगर नहीं था, इसे ही अपग्रेड किया गया है। इसके अपग्रेड होने के बाद रनवे पूरी क्षमता के साथ काम करेगा।
यानी अब ऐसी आस जगी है कि इस बार सर्दियों में उड़ानों की देरी में कमी आएगी। अभी तक जयपुर, लखनऊ, अमृतसर, बेंगलुरू, कोलकाता के एयरपोर्ट पर ये अपग्रेड सुविधा है।
कैसे काम करेगा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम
- ये एक सटीक रनवे अप्रोच सहायक उपकरण है
- लैंडिंग अप्रोच के दौरान पायलटों का सटीक नेविगेशन मार्गदर्शन करता है।
- यह सिस्टम खराब मौसम, घने कोहरे या रात के समय में भी विमानों को सुरक्षित रूप से उतरने में सक्षम।
- पायलटों को निर्धारित उड़ान पथ पर बनाए रखने में मदद करता है, जिससे दुर्घटनाओं का जोखिम कम होता है।
120 उड़ानों के साथ फिर से शुरू होगा टर्मिनल-2
अप्रैल महीने से बंद टर्मिनल-2 को 25 अक्टूबर की रात से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। चार दशक से अधिक पुराने इस टर्मिनल के एयरसाइड व एप्रन के सभी क्षेत्रों को नवीनीकृत किया गया है, ताकि बढ़ते यातायात को कुशलतापूर्वक संभाला जा सके।
टर्मिनल तक सुगम पहुंच के लिए सड़क संपर्क में सुधार किया गया है। यहां से 120 घरेलू उड़ानें रोजाना संचालित होंगी। शुरूआत में यहां से इंडिगो और एअर इंडिया द्वारा संचालित उड़ानें शुरू होंगी। अभी इनमें से दो तिहाई उड़ानें टर्मिनल-1 से संचालित हो रही हैं।
टर्मिनल-2 पर उड़ानों के शुरू होने से टर्मिनल-3 पर जो विमानों की आवाजाही का दबाव है, वह कम होगा। डायल की रणनीति धीरे-धीरे टर्मिनल-3 पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या बढ़ाने और घरेलू उड़ानों की संख्या कम करने की है। टर्मिनल-2 के शुरू होने से डायल को अपनी रणनीति पर काम करने का मौका मिलेगा।
यात्रियों के लिए हो जाएगी सुविधा
- अपग्रेडेड टर्मिनल-2 को यात्रियों के लिए सहज और आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें कई नई सुविधाएं शामिल की गई हैं, जो इसे आधुनिक और यात्री-अनुकूल बनाती हैं।
- सेल्फ बैगेज ड्राॅप : यात्री अपने बोर्डिंग पास को स्कैन कर, सामान को टैग कर और मिनटों में बैग ड्राप कर सकते हैं, जिससे लंबी कतारों से बचा जा सकता है।
- ऑटोमेटिक डाॅकिंग तकनीक से लैस पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज: भारत में पहली बार छह ऐसे ब्रिज लगाए गए हैं, जो तेज और स्मार्ट विमान हैंडलिंग सुनिश्चित करेंगे। इनमें व्हीलचेयर यात्रियों के लिए ऊंचे रैंप और सुगम बोर्डिंग के लिए समायोजित केबिन शामिल हैं।
- आधुनिक डिजाइन : आधुनिक छतें, नवोन्मेषी स्काइलाइट डिजाइन और आरामदायक व टिकाऊ फ्लोरिंग यात्रियों को एक आकर्षक माहौल प्रदान करेंगे।
- हाई-रिजाल्यूशन फ्लाइट इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम: वास्तविक समय में सटीक उड़ान जानकारी प्रदान करेगा।
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